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बिहार में विदेशी टेबलेट से बनती थी शराब, जानिए कैसे हुआ खुलासा

बिहार में शराबबंदी के बीच अवैध रूप से शराब बनाकर बेचने का पर्दाफाश हुआ है. पटना पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को पकड़ा है, जो विदेशी टेबलेट से शराब बनाकर बेचता था. उसने कई शराब माफिया के नाम उजागर किए हैं. उसने बताया कि बिहार सहित पड़ोसी राज्यों में अवैध शराब का कारोबार जमकर चल रहा है.

Symbolic image. Symbolic image.
सुजीत झा
  • पूर्णिया,
  • 19 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 5:42 PM IST
  • पटना पुलिस ने सूचना के बाद की कार्रवाई
  • आरोपी ने बताए कई शराब माफिया के नाम

बिहार के पूर्णिया जिले में पुलिस की गिरफ्त में आया शख्स घर में ही नकली शराब बनाता था. नकली शराब बनाने के लिए म्यांमार यानी बर्मा से एक टेबलेट मंगाता था. उसी टेबलेट से पूरी तरह बेहोश कर देने वाली शराब तैयार करता था. उसकी बनाई शराब पीकर कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. टेबलेट से बनने वाली शराब पूरी तरह ताड़ी और देशी शराब के रंग जैसी होती थी, जिसे पीने के बाद पूरी तरह नशा छा जाता था.

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बर्मा में प्रतिबंधित है टेबलेट, जिससे बनती थी शराब

जानकारी के अनुसार, बिहार की पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि पूर्णिया जिले का रैकेटियर समीतुल्ला अपनी जान-पहचान वाले से विदेशी टेबलेट मंगाकर अवैध शराब का निर्माण करता है. समीतुल्ला पड़ोसी देश म्यांमार से शराब बनाने के लिए एक विशेष टेबलेट लाता है और उसके बाद उसमें सस्ती क्वालिटी का स्पिरिट और बाकी इनग्रिडिएंट मिलाकर शराब का निर्माण करता है. बर्मा से आने वाला टेबलेट वहां पर बैन है और नशे की श्रेणी में आता है. पटना पुलिस ने जानकारी जुटाने के बाद पूर्णिया के उत्पाद विभाग से संपर्क किया. मंगलवार को बायसी थाना क्षेत्र के दालकोला स्थित पूर्णिया मोड़ से समीतुल्ला को गिरफ्तार कर लिया.

शराब के धंधे में आरोपी के पड़ोसी और भाई भी शामिल 

पुलिस के मुताबिक, समीतुल्ला के इस धंधे में उसके पड़ोसी और भाई भी शामिल हैं, क्योंकि एक टेबलेट से कई लीटर शराब बनाकर वो काफी पैसे कमा रहा था. स्थानीय लोगों के मुताबिक, समीतुल्ला के इस काम में स्थानीय प्रशासन के कुछ लोग भी मिले थे. उसका धंधा गति से चल रहा था. पटना पुलिस को सूचना मिली. उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया.

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बर्मा से आने वाले टेबलेट से शराब बनाने के लिए समीतुल्ला काफी उपाय करता था. उसके पास टेबलेट से शराब बनाने की पूरी जानकारी थी. शराब को ताड़ी की तरह बनाया जाता था. पुलिस सूत्रों की मानें तो पूर्णिया इलाके में गाहे-बगाहे जहरीली शराब से हुई मौतें समीतुल्ला की बनाई शराब की वजह से हुई हैं. समीतुल्ला को पटना पुलिस के अलावा दरभंगा पुलिस भी तलाश कर रही थी. दोनों जगहों की पुलिस पूर्णिया सदर थाने पहुंचकर उसे ले जाने के प्रयास में जुटी हुई हैं.

लॉकडाउन के दौरान से चल रहा था शराब बनाने का काम

समीतुल्ला ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन के दौरान से ही उसका धंधा चल रहा है. वो सीमांचल के शराब माफिया कलाम के संपर्क में रहकर काम करता है. बिहार के कई जिलों में उसका शराब सप्लाई का नेटवर्क है. समीतुल्ला ने स्वीकार किया कि बिहार और बंगाल के बॉर्डर इलाके में दालकोला चेक पोस्ट के पास दर्जनों शराब तस्कर कार्यरत हैं, जो बिहार में संपर्क साधकर शराब की सप्लाई करते हैं. टेबलेट से शराब बनाने का आइडिया दालकोला और बंगाल के शराब तस्करों की वजह से मिला.

समीतुल्ला ने पुलिस के सामने बंगाल के कई शराब माफिया के नाम बताए हैं, जो बिहार में नकली और सस्ती शराब सप्लाई करते हैं. फिलहाल पुलिस समीतुल्ला से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई करने में जुटी है.

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