
बिहार के मधुबनी जिले में पुलिस (Madhubani Police) ने नकली नोट (Fake Currency) के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है. इस आरोपी ने हूबहू असली नोटों की तरह नकली नोट छापे. नोटों को देखकर पुलिस के साथ बाकी जांच एजेंसियां भी हैरान हैं. यह मामला मधुबनी जिले के झंझारपुर इलाके के भैरवस्थान थाना इलाके से जुड़ा है. पुलिस नकली नोटों के मास्टरमाइंड से पूछताछ कर रही है.
जानकारी के अनुसार, मधुबनी के SP डॉ. सत्य प्रकाश को सूचना मिली थी कि झंझारपुर अनुमंडल इलाके में बड़ी संख्या में नकली नोट को खपाने का काम चल रहा है. एसपी ने इस सूचना पर कार्रवाई के लिए विशेष टीम का गठन किया. झंझारपुर एसडीपीओ आशीष आनंद और उनकी टीम भैरवस्थान थाना इलाके में दबिश देने पहुंची. पुलिस ने बुधवार को यहां से एक आरोपी को 13 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यहां से कलर प्रिंटर भी बरामद किए. इसके अलावा कलर की बोतलें भी मिली हैं, जिन्हें नोट छापने में इस्तेमाल किया जाता था.
पहली बार इतनी मात्रा में बरामद हुई नकली नोटों की खेप
पुलिस के हत्थे चढ़े शख्स का नेपाल (Nepal Connection) से कनेक्शन बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रेमकुमार कामत मधुबनी के नेपाल बॉर्डर से सटे इलाके लौकही थाना क्षेत्र का रहने वाला है. एसपी ने कहा कि बिहार में पहली बार इतनी मात्रा में नकली नोटों की खेप बरामद हुई है. बता दें कि नोटबंदी के बाद नकली नोटों के मामलों में कमी आई थी. बिहार नेपाल से सटे इलाके से भारी मात्रा में नोट बरामद होने का ये पहला मामला है. मधुबनी पुलिस इस मामले के आरोपी कामत से पूछताछ कर रही है, ताकि रैकेट से जुड़े अन्य आरोपियों का पता चल सके.
'ISI की मदद से छापे जा रहे नकली नोट'
पुलिस की सूत्रों की मानें तो बिहार और नेपाल की सीमा (Nepal Border) से सटे गांवों में पहले भी नकली नोट के सरगना एक्टिव रहते थे. फिलहाल नोटबंदी के बाद एक बार फिर ISI की मदद से नेपाल से जुड़े इलाकों में नकली नोटों को छापने का सिलसिला जारी है.
सरगना का पता लगाने में जुटी पुलिस
पुलिस इस नकली नोटे के धंधे में शामिल सरगना का पता लगाने में जुटी है. वहीं इस मामले के बाद खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं. बरामद नोट 13 लाख के हैं. इसमें 100 से लेकर 2000 तक के नोट शामिल हैं. ये नोट देखने में ओरिजनल की तरह हैं. पुलिस मान रही है कि नेपाल के किसी गिरोह की मदद के बिना इस तरह के रैकेट को चलाना संभव नहीं है. पुलिस मामले की सघनता से जांच कर रही है.