
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) के तीन उम्मीदवारों सहित पांच लोगों को रविवार को परीक्षा से पहले गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के साथ चप्पल पहने पाया गया था.
राज्य में रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परीक्षा आयोजित की गई. बीकानेर की पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने कहा कि धोखाधड़ी करने के लिए ब्लूटूथ डिवाइस को चप्पल में छिपा दिया गया था.
उन्होंने कहा कि पांचों आरोपी जिसमें तीन अभ्यर्थियों और दो अन्य व्यक्ति जो पेपर में नकल करने में उनकी मदद करने के लिए थे, परीक्षा शुरू होने से पहले गंगाशहर इलाके के नया बस स्टैंड से पकड़े गए और उनसे पूछताछ की जा रही है.
उनके कब्जे से मोबाइल सिम कार्ड, ब्लूटूथ डिवाइस और अन्य उपकरण बरामद किए गए.
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अजमेर में चप्पल में ब्लूटूथ डिवाइस वाला परीक्षार्थी गिरफ्तार
इस बीच राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित रीट परीक्षा में नकल से पूर्व एक परीक्षार्थी को पुलिस ने पकड़ लिया. पुलिस ने उसके कब्जे से चप्पल में छुपी ब्लूटूथ डिवाइस को जब्त कर आरोपी को हिरासत में ले लिया.
तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद परीक्षार्थी नकल करने से बाज नहीं आते हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान की सबसे बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा रीट में अजमेर के किशनगढ़ से सामने आया जहां पर एक परीक्षार्थी चप्पल में छुपाकर ब्लूटूथ डिवाइस को परीक्षा केंद्र में ले गया, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.
फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है तो वहीं मामले को गंभीरता से देखते हुए अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक ने सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के जूते-चप्पल को 200 मीटर की दूरी पर उतरवाने के आदेश जारी कर दिए.
जानकारी के अनुसार किशनगढ़ के अजमेर जिले के तेली मोहल्ला स्थित आचार्य धर्मसागर स्कूल में ब्लू टूथ डिवाइस के माध्यम से नकल का प्रयास करते एक नकलची पकड़ा गया. इसकी पुष्टि अजमेर एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने की. फिलहाल पुलिस परीक्षार्थी से पूछताछ कर रही है. हालांकि पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा नहीं किया है. जबकि पकड़ा गया परीक्षार्थी चूरू निवासी गणेश राम है.