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बीरभूम हिंसा में घायल महिला ने अस्पताल में तोड़ा दम, 10 हुई मृतकों की तादाद

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा में घायल अतहरा बीबी की रामपुर हाट अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई है. इसके साथ ही इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है.

बीरभूम हिंसा में जला दिए गए थे घर (फाइल फोटो) बीरभूम हिंसा में जला दिए गए थे घर (फाइल फोटो)
अनुपम मिश्रा
  • कोलकाता,
  • 01 मई 2022,
  • अपडेटेड 5:26 PM IST
  • रामपुर हाट अस्पताल में हुई अतहरा की मौत
  • बीरभूम हिंसा में घायल हुई थीं अतहरा बीबी

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा में घायल एक महिला की रविवार को मौत हो गई. बीरभूम हिंसा में घायल महिला का उपचार अस्पताल में चल रहा था. उपचार के दौरान अतहारा बीबी नाम की महिला ने दम तोड़ दिया. अतहारा बीबी की मौत के साथ ही बीरभूम हिंसा में मरने वालों की तादाद अब 10 हो गई है.

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पुलिस के मुताबिक 21 मार्च को बीरभूम के बागतुई गांव में हुई आगजनी की घटना में अतहारा बीबी भी घायल हुई थी. पंचायत के प्रधान भादू शेख की बम से हमला कर हत्या किए जाने बाद भड़की हिंसा में 10 घरों में आग लगा दिए जाने का मामला सामने आया था. इस घटना में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे.

घायलों में अतहरा बीबी भी थीं. अतहरा को उपचार के लिए रामपुरहाट अस्पताल में भर्ती कराया गया था.  हाल ही में अतहरा को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था लेकिन 30 अप्रैल की रात तबीयत बिगड़ गई. अतहरा को उपचार के लिए अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया जहां सुबह उसकी मौत हो गई. गौरतलब है कि इस घटना में पहले आठ लोगों की मौत हुई थी. बाद में एक घायल की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी.

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बीजेपी ने चिपकाए पोस्टर- 'हिंसा के एक साल'

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के एक साल पूरा होने से पहले विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव बाद हिंसा को लेकर पोस्टर चिपकाए हैं. विपक्षी पार्टी की ओर से कोलकाता में चिपकाए गए पोस्टर में लिखा गया है- जब तक न्याय नहीं मिलता, बीजेपी की लड़ाई जारी रहेगी. साथ ही बीजेपी ने इस सप्ताह गणतंत्र प्रतिष्ठा संकल्प सप्ताह मनाने का भी ऐलान किया है. बीजेपी की ओर से दावा किया गया है कि पिछले साल 2 मई के दिन ही चुनाव बाद हिंसा का आगाज हुआ था और टीएमसी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमले शुरू किए थे. बीजेपी का आरोप है कि चुनाव बाद हिंसा में पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को मारे जाने, रेप की घटनाएं हुई थीं

सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने 2 मई से पहले ऐसे पोस्टर लगाए जाने को राजनीतिक रणनीति बताया है. टीएमसी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी की ओर से भ्रमित करने की कोशिश में ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. गौरतलब है कि 2 मई 2021 को बंगाल विधान सभा के चुनाव परिणाम आए थे जिसमें ममता बनर्जी चुनाव हार गई थीं लेकिन उनकी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने में सफल रही थी. चुनाव बाद हिंसा का मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी गया. चुनाव बाद हिंसा की जांच सीबीआई कर रही है.

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