
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में तस्करों ने एक बार फिर बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के जवानों पर हमला कर दिया. इसके साथ ही जबरन तस्करी करने की कोशिश की, लेकिन बीएसएफ के जवानों ने जानलेवा हमले का डटकर सामना किया. इस दौरान जवाबी फायरिंग में एक तस्कर घायल हो गया. बाकी तस्कर जवानों के कड़े रुख को देखते हुए फरार हो गए. मौके से 787 बोतल फेंसेडिल सिरप और एक धारदार हथियार बरामद किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, 9 मार्च की सुबह करीब 5:30 बजे सीमा चौकी कलंची पर दूसरी शिफ्ट की ड्यूटी के दौरान जवानों ने भारतीय सीमा क्षेत्र में 4-5 तस्करों की कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखीं. ये तस्कर इच्छामती नदी के पुल के नीचे से अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर तेजी से बढ़ रहे थे. एक जवान ने तुरंत पूरी टीम को सचेत किया और तस्करों की ओर दौड़ पड़े. उन्होंने तस्करों को ललकारा और उन्हें तितर-बितर करने के लिए स्टन ग्रेनेड फेंकना शुरू किया.
इस दौरान तस्करों ने बीएसएफ के जवानों की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया. उन्होंने जवानों को चारों तरफ से घर लिया. जान का खतरा महसूस करते हुए जवान ने आत्मरक्षा में उन पर फायरिंग की, जिसमें एक तस्कर घायल हो गया, बाकी तस्कर घने कोहरे का फायदा उठाकर भाग गए. इलाके की गहन तलाशी के बाद मौके से 2 बोरियों में 787 बोतल फेंसेडिल और 1 धारदार दाह बरामद किया गया. घायल तस्कर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इससे पहले बीचे शुक्रवार को बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया. इसमें एक बांग्लादेशी नागरिक मारा गया और एक बीएसएफ जवान घायल हो गया. यह घटना शुक्रवार तड़के दार्जिलिंग जिले के खालपारा गांव के पास हुई. बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि 15-20 बांग्लादेशी बदमाशों का एक समूह अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आया. उनके साथ भारत में रहने वाले बदमाश भी शामिल हो गए.
बीएसएफ के गश्ती दल ने जब उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, तो बदमाशों ने दरांती और लाठियों से हमला कर दिया. जवानों पर पत्थर भी फेंके. बीएसएफ जवानों ने हमलावरों को तितर-बितर करने के लिए गोलाबारी शुरू कर दी. हमलावर शांत नहीं हुए और एक जवान का हथियार छीनने की कोशिश होने लगी. इसके बाद जवान ने अपनी राइफल से गोली चला दी. बदमाश भाग गए. इस हमले में एक बांग्लादेशी मारा गया. बीएसएफ जवान घायल हो गया.