
फर्जी होम डिलीवरी का एक नया मामला सामने आया है. यह मामला अनोखा भी है क्योंकि इसमें शराब की डिलीवरी किए जाने का दावा किया जा रहा था. शराब की होम डिलीवरी करने के नाम पर देश के हजारों लोगों को ठगने के इल्जाम में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली से गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम हुजैफा (25) और हाफिज तुफैल (35) है. हुजैफा संगम विहार जबकि तुफैल लाडो सराय का रहने वाला है. पुलिस ने इस घटना की जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई को दी.
यह घटना सबसे पहले 24 जुलाई को प्रकाश में आई. इस फर्जीवाड़े के एक पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि शराब की होम डिलीवरी के नाम पर उनके साथ धोखा हुआ है. इस पीड़ित का नाम करन पाल्टा है. पाल्टा ने पुलिस को दी गई शिकायत में सारी बातें बयां की हैं. पाल्टा के मुताबिक, 22 मई को उन्होंने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा. विज्ञापन में कहा गया था कि लॉकडाउन के दौरान भी शराब की होम डिलीवरी कराई जाएगी, इसके लिए संपर्क करें.
पैसा मंगाया, नहीं भेजी शराब
विज्ञापन पर बाकायदा एक मोबाइल नंबर भी दिया गया था. पाल्टा झांसे में आकर उस मोबाइल नंबर पर कॉल कर बैठे. दूसरी ओर फोन संभालने वाले शख्स ने पाल्टा से कहा कि दो बोतल शराब के लिए फौरन 4 हजार रुपये भेजो. पाल्टा ने रकम तो भेज दी लेकिन उधर से शराब की डिलिवरी नहीं हुई. शराब के लिए परेशान पाल्टा ने दोबारा उस नंबर पर फोन लगाया. फोन के दूसरी ओर बात करते शख्स (आरोपी) ने पाल्टा को एक यूपीआई लिंक भेजा. आरोपी ने कहा कि इसे स्कैन कर लें ताकि आपका पैसा रिफंड हो सके. पाल्टा ने जैसे ही क्यूआर कोड पर स्कैन किया, उनके ई-वॉलेट से 20 हजार रुपये गायब हो गए. एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.
पाल्टा का मामला पुलिस तक पहुंचा और जांच शुरू हुई. दिल्ली पुलिस ने फौरी तौर पर एक्शन लिया और बीते शुक्रवार को साकेत से एक आरोपी हुजैफ को गिरफ्तार कर लिया. इस बात की जानकारी डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) आरपी मीणा ने दी. पुलिस ने हुजैफ का बैंक स्टेटमेंट खंगाला तो दंग रह गई.
20 फरवरी से 9 सितंबर के बीच हुजैफ के अकाउंट में 35 लाख रुपये जमा हुए थे. हुजैफ ने कहा कि उसने कई बैंक अकाउंट खोल रखे हैं. पुलिस के मुताबिक इस गैंग का सरगना नासिर है जो हुजैफ के खाते में पैसा डालता था और उससे कैश लिया करता था. नासिर राजस्थान के भरतपुर में रहता है. उसे तुफैल नाम के एक शख्स ने हुजैफ से मिलवाया था. ये सभी लोग मिलकर ऑनलाइन ठगी का काला कारोबार चलाते थे.