
असम के गोलाघाट में लचित बोरफुकन पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग कर रहे मणिपुर पुलिस के कैडेट के दो ग्रुप के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में ट्रेनिंग ले रहे सात पुलिस के जवान घायल हो गए.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि गोलाघाट जिले में स्थित लाचित बोरफुकन पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग कर रहे जवानों के दो ग्रुप में झड़प हो गई, जिसमें सात जवान घायल हो गए हैं.
दो जवानों के बाद ग्रुप में हुई मारपीट: पुलिस
अधिकारी ने बताया कि डेरगांव स्थित अकादमी में ट्रेनिंग कर रहा एक जवान ने शनिवार की रात को खाने के वक्त स्थानीय बाजार से शराब लेकर आया था, जिसके बाद उसकी और एक अन्य प्रशिक्षु के बीच गाली-गलौज हो गई. इसके बाद दोनों में हाथापाई शुरू हो गई. विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई दो ग्रुप की मारपीट में बदल गई.
अकादमी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि मारपीट में घायल हुए जवानों में से तीन को इलाज के लिए जोरहाट मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है, जबिक चार को स्थानीय अस्पताल से छुट्टी दे दी.
अकादमी में हुई इस घटना के बारे में असम पुलिस के डीजीपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस अकादमी में झड़प मणिपुर के युवक प्रशिक्षुओं के बीच हुई है. उन्हें ड्रिल से डिसिप्लिन तक के प्रशिक्षण संस्थान के निर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए अनिश्चित शर्तों में जानकारी दी गई है. हमारी अकादमी में प्रशिक्षण का मार्गदर्शन करने वाले सिद्धांतों से भटकने की किसी के लिए कोई गुंजाइश नहीं है. जवानों के इस अनुचित व्यवहार को कड़ी ट्रेनिंग दुरुस्त किया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया, असम पुलिस कर्मियों की मौजूदगी प्रशिक्षुओं के बीच हुई मारपीट के मामले को सुलझा लिया गया है. रेंज आईजीपी और डीआईजी ट्रेनिंग कर रहे लड़कों के साथ हैं. साथ ही मणिपुर पुलिस ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को तैनात किया है.
नियंत्रण में है स्थित: मणिपुर पुलिस
इस घटना पर मणिपुर पुलिस ने शनिवार रात के सोशल मीडिया एक्स (ट्विटर) पर अपना साझा किए बयान में कहा, 'स्थिति का जायजा लेने के लिए मणिपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी, एम प्रदीप सिंह, आईपीएस को कल डेरगांव में तैनात किया जा रहा है. मामले की निगरानी वास्तविक समय के आधार पर मणिपुर पुलिस द्वारा की जा रही है और स्थिति नियंत्रण में है.'