
राजस्थान के दौसा में पिंकी सैनी ऑनर किलिंग केस में अब तक पांच महिलाओं और दो पुरुषों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ चल रही है. वहीं इस मामले में दौसा कोतवाली थाना प्रभारी सुगन सिंह और महिला थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह को कोतवाली और थाने से हटा दिया गया है.
बता दें कि पिंकी सैनी और उसके प्रेमी रोशन ने राजस्थान हाईकोर्ट की शरण ली थी. राजस्थान हाई कोर्ट ने पुलिस को दोनों को सुरक्षा देने के निर्देश दिए थे, इसके बावजूद पुलिस की लापरवाही से लड़की के पिता ने अपहरणकर्ताओं के बल पर उसका अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी थी. लड़की के अपहरण के दौरान भी दो दिनों तक पुलिस लड़की को बरामद नहीं कर सकी थी और तीसरे दिन खुद उसके पिता ने रात दो बजे थाने में आकर लड़की की हत्या करने की सूचना दी थी.
जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर हवा सिंह कुमरिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को हटाने के आदेश जारी किए हैं. राज्य सरकार के सख्त निर्देश के बाद इस पूरे मामले में अब तक आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिसमें से पांच महिलाएं हैं और तीन पुरूष हैं. अपहरण में शामिल कुछ और लोगों की तलाश जारी है.
ये है घटना
प्रेमी के साथ रहने की जिद पर अड़ी पिंकी को घरवालों ने काफी समझाया था. लेकिन पिंकी अपने प्रेमी रोशन का साथ छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी. इसके बाद उसके पिता शंकर सैनी ने ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जब बेटी ने अपने पिता की बात नहीं मानी तो उसके पिता शंकर सैनी ने करीब 1 घंटे तक पिंकी के साथ मारपीट की और गला दबाया ताकि वह मर जाए. इस केस में एक नया तथ्य यह भी सामने आया है कि 1 मार्च को जब पिंकी का प्रेमी रोशन अपने घर से किडनैप हुआ था, तब लड़की का पिता शंकर सैनी किडनैपर्स के साथ शामिल नहीं था. अपहरण के दौरान पिंकी की मां चमेली सहित कुछ और महिलाएं और पुरुष वारदात में शामिल थे.