
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित राउज आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की वजह से जिन तीन छात्रों की मौत हुई है, उनके परिजन अपने बच्चों के शव देर से मिलने से नाराज हो गए. इस हादसे में यूपी के अंबेडकर नगर की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के एर्नाकुलम के नवीन दलविन की मौत हो गई, जिनके शव दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में रखे गए थे.
आरएमएल अस्पताल के शवगृह में तीनों मृतक छात्रों के परिवार के सदस्यों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. मृतक श्रेया यादव के चाचा धर्मेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें मीडिया के जरिए इस घटना के बारे में पता चला. उन्होंने कहा, "मैंने उसे कॉल करने की कोशिश की, लेकिन उसका फोन बंद था. यहां तक कि कोचिंग सेंटर का नंबर भी नहीं मिल रहा था. मैं उसके कमरे पर पहुंचा, जो बंद मिला.''
धर्मेंद्र यादव ने कहा, "इसके बाद मैं कोचिंग सेंटर गया, जहां मेरी मुलाकात डीसीपी से हुई. उन्होंने मुझे आरएमएल अस्पताल जाने को कहा. अस्पताल में मुझे उसका शव देखने की अनुमति नहीं दी गई.'' श्रेया यादव ने कृषि में बीएससी की पढ़ाई पूरी की थी और मई में कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था. उनके परिजन 10 बजे से आरएमएल अस्पताल में थे, जो दोपहर बाद शव लेकर घर गए हैं.
छात्रों ने जवाबदेही की मांग की, जताई सुरक्षा संबंधी चिंताएं
इस हादसे के बाद से छात्रों में आक्रोश फैल गया है. उन्होंने दिल्ली सरकार से जवाबदेही की मांग की है. राउज आईएएस स्टडी सर्किल और अन्य संस्थानों के छात्रों ने इस घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. छात्रों ने बेसमेंट में हुई मौतों को लेकर कोचिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की, प्रारंभिक जांच के अनुसार बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी.
एक छात्रा ने कहा, "इस घटना की सबसे बड़ी जिम्मेदारी राउज आईएएस स्टडी सर्किल की है, क्योंकि घटना वहीं हुई." उन्होंने कहा कि मुखर्जी नगर में इसी तरह की घटनाएं होने पर दिल्ली के अधिकारियों ने लापरवाही दिखाई और तब भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने पिछले सप्ताह पटेल नगर में हुई उस घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक छात्र की करेंट लगने से मौत हो गई.
विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हिरासत में लिया गया
ओल्ड राजिंदर नगर में विरोध प्रदर्शन करने वाले कुछ छात्रों को हिरासत में लिया गया है. वे तीन छात्रों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई और उनके परिवारों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. 'हमें न्याय चाहिए' के नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने करोल बाग मेट्रो स्टेशन के पास सड़क को जाम कर दिया, जिससे इलाके में भारी ट्रैफिक जाम हो गया. पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
इसके बाद छात्रों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई. इसमें कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. इसे देखते हुए कई प्रदर्शनकारी तितर-बितर हो गए और पुलिस ने वहां यातायात की आवाजाही फिर से शुरू कर दी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए बॉडी कैमरा और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया. इस हादसे के बाद छात्रों के बीच आक्रोश तेजी से बढ़ रहा है.
विरोध प्रदर्शन करने के लिए जंतर-मंतर जाएंगे छात्र
सिविल सेवा की तैयारी कर रहे एक छात्र अमन सक्सेना ने कहा, "यदि अधिकारी हमारी मांगों को स्वीकार नहीं करेंगे, तो हम आगे विरोध प्रदर्शन करने और अपनी मांगों पर जोर देने के लिए जंतर-मंतर जाएंगे. हम इस घटना में जान गंवाने वाले तीन छात्रों के लिए न्याय चाहते हैं. यहां भारी संख्या में पुलिस कर्मियों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. हम आतंकवादी नहीं हैं, हम देश का भविष्य हैं."
एक अन्य छात्र ने दावा किया कि जिस बेसमेंट में घटना हुई, वहां बायोमेट्रिक एंट्री थी. उसके फेल हो जाने की वजह से छात्र बेसमेंट में फंस गए. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि कोचिंग संस्थानों की खराब स्थिति का मामला संसद में उठाया जाना चाहिए. प्रदर्शनकारी अमित कुमार ने आग्रह किया कि इस घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.