
दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया है. ओपन जिम के इस्तेमाल को लेकर लड़ाई हुई और फिर एक शख्स को जान से मार दिया गया. इस मामले में अभी तक एक गिरफ्तारी हो चुकी है.
बताया गया है कि दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में एक पार्क के अंदर जिम बना हुआ है, उसी जिम के इस्तेमाल को लेकर 11 अगस्त की आधी रात को कुछ युवकों का आपस में झगड़ा हो गया था. इसी झगड़े के बाद दो लड़कों ने एक लड़के को पकड़ा और पार्क के कोने में ले गए . वहां उसे चाकू मारा गया और फिर फरार हो गए. घायल को जब तक हॉस्पिटल ले जाया जाता, खून काफी ज्यादा बह चुका था. ऐसे में उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरे की तलाश में जुटी हुई है.
ओपन जिम को लेकर हत्या
वारदात 11 अगस्त की रात 12 बजकर 1 मिनट की है. दिल्ली पुलिस को फोन करके किसी ने जानकारी दी थी कि एसजीएम अस्पताल में कुछ लड़के एक घायल लड़के को लेकर आए हैं जिसकी मौत हो चुकी है. पुलिस की एक टीम तुरंत हॉस्पिटल पहुंची तो वहां उन्हें पता लगा कि मरने वाले का नाम संजय है और वो सुल्तानपुरी का रहने वाला है. संजय को दाहिनी जांघ पर चाकू मारा गया था और इसी वजह से उसकी मौत हो गई थी.
पुलिस ने क्या बताया है?
इसके बाद पुलिस की टीम मौका ए वारदात पर पहुंची, पुलिस को एक पार्क के अंदर ओपन जिम मिला जहां पर करीबन डेढ़ सौ मीटर तक खून फैला हुआ था. आगे की जांच में पुलिस को पता चला कि 10 अगस्त की रात लगभग साढ़े दस बजे के आसपास बाबू खान, आशु, संजय और गौरव पार्क में मौजूद थे. इनमें से कुछ लड़के जिम भी कर रहे थे, तभी उस जगह पर दो भाई गुल्लू और आकाश पहुंच गए. बताया जा रहा है कि गुल्लू और आकाश की संजय से जिम को लेकर लड़ाई शुरू हो गई. गुल्लू और आकाश का कहना था कि संजय ने एक रात पहले पार्क में बने जिम मशीनों के इस्तेमाल को लेकर उनके साथ मारपीट की थी. इसी बात पर झगड़ा और बढ़ गया.
क्यों किया गया कत्ल?
इसके बाद गुल्लू ने संजय को पकड़ लिया और आकाश के साथ मिलकर पार्क की तरफ ले गए. वहां पर संजय पर चाकू से जानलेवा वार किया गया. इस बीच संजय किसी तरीके से उन दोनों से बचकर भागने में सफल रहा लेकिन डेढ़ सौ मीटर दूर भागते-भागते वो गिर पड़ा. इसके बाद पार्क में मौजूद उसके साथी उसे पहले पास के एक नर्सिंग होम में ले गए जहां से उसे एसजीएम हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया. फिर संजय को उसके दोस्त स्कूटी से लेजर एसजीएम हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन संजय जिंदा हॉस्पिटल नहीं पहुंच पाया और उसकी मौत हो गई.