
दिल्ली पुलिस ने एक और फेक कॉल सेंटर के खिलाफ एक्शन लेते हुए 25 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस के मुताबिक ये लोग विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाते थे. पकड़ में आए लोगों में इस पूरे गोरखधंधे का मास्टरमाइंड भी शामिल है. इनके निशाने पर विदेश में बैठे दिव्यांग लोग होते थे. पुलिस के मुताबिक ये लोग खुद को सरकार से जुड़ा बताते और लोगों को फ़ोन करते थे. इसके बाद उन्हें सरकारी मदद की बात कहकर रजिस्ट्रेशन कराने को कहते.
ठगी के दौरान लोगों को कहा जाता कि सरकारी योजना है जिसमें दिव्यांग और बेरोजगार लोगों को सरकारी मदद मिलेगी. इसके लिए वो रजिस्ट्रेशन के नाम पर अलग-अलग अकाउंट में पैसे जमा करा लेते और फिर उनका फोन उठाना बन्द कर देते थे. पुलिस ने मौके से 25 डेस्क टॉप भी जब्त किए हैं. पुलिस के मुताबिक ये लोग इंटरनेट के जरिए कॉल करते थे.
पुलिस को इस फर्जी कॉल सेंटर की जानकारी मुखबिरों के जरिए चली थी कि सैदुल्लाजाब इलाके में एक अंतरराष्ट्रीय फेक कॉल सेंटर चल रहा है. जिसके बाद पुलिस ने छापा मारकर 25 लोगों को हिरासत में लिया. मौके पर पूछताछ में पता लगा कि कमल दास नाम का शख्स इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड है. कमल दास भी मौके पर ही मौजूद था. पुलिस ने कमल दास को भी हिरासत में ले लिया.
ठगी करने के लिए ये गुट, लोगों से किसी शॉपिंग वेबसाइट का गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहते थे जिसके बाद वो उनसे कूपन का कोड मांग लेते और फिर उसे कैश करा लेते. पुलिस इस मामले की जांच में अब साइबर सेल और एफएसएल की टीम की मदद ले रही है.