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दिल्ली पुलिस के हाथ लगा मेसी गैंग, पलक झपकते ही गोल कर देते थे लोगों का मोबाइल

दिल्ली पुलिस ने मोबाइल झपटने वाले मेसी गैंग को अरेस्ट किया है. उनके पास से 56 चोरी के मोबाइल बरामद किए गए हैं. इस गैंग की धरपकड़ उस समय की गई है, जब पुलिस की टीम पेट्रोलिंग के लिए निकली हुई थी. गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी पिंकू मेसी के खिलाफ पहले से 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:13 AM IST

दिल्ली पुलिस ने पलक झपकते ही लोगों का मोबाइल फोन गायब कर देने वाले मेसी गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने गैंग के 4 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 56 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. 

दिल्ली पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम पिंकू मेसी उर्फ एनी मेसी, अजय कुमार, पम्मी उर्फ अजय और फिरोज खान उर्फ जफर है. इनकी निशानदेही पर ही चोरी के 56 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए जाने वाले टीएसआर (ऑटो) को भी बरामद कर लिया है. 

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संदिग्ध ऑटो दिखने पर की पूछताछ

पुलिस के मुताबिक 20 दिसंबर को पुलिस की एक टीम पेट्रोलिंग कर रही थी. पेट्रोलिंग के दौरान टीम के सदस्यों ने एक संदिग्ध ऑटो देखा. शक होने पर ऑटो को रोककर चेकिंग की गई. ऑटो के अदर 4 लोग मौजूद थे, उनसे उस इलाके में उनकी मौजूदगी के बारे में पूछा गया. 

पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की

शुरू में चारों ने पुलिस कर्मचारियों को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सरसरी तौर पर तलाशी लेने पर उनके कब्जे से कुल 11 मोबाइल फोन बरामद किए गए. उनसे इन मोबाइल फोन के बारे में पूछा गया, लेकिन वे इस संबंध में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. पूछताछ करने पर पता चला कि ये 11 मोबाइल फोन चोरी के थे.

नशे का आदी है मुख्य आरोपी मेसी

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पुलिस ने बताया कि आरोपी पिंकू मेसी उर्फ एनी मेसी नई दिल्ली के जसोला विहार का रहने वाला है. उसकी उम्र 43 साल है और वह नशे का आदी है. नशे की जरूरत को पूरा करने के लिए वह चोरी करता था. इससे पहले भी वह 10 आपराधिक मामलों में शामिल पाया जा चुका है.

इस तरह पुलिस को मिली कामयाबी

पुलिस ने आगे बताया कि दिल्ली के दक्षिण जिले के क्षेत्र में सड़क पर होने वाले अपराध पर लगाम लगाने के लिए अलग-अलग संवेदनशील क्षेत्रों पर पुलिस ने जाल बिछाया था. पुलिस ने मुखबिरों को ऐसे इलाकों में एक्टिव किया हुआ था. उन्हें जमानत या पैरोल पर छूटे अपराधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए भी कहा गया था. इसके चलते ही उन्हें मेसी गैंग को पकड़ने में कामयाबी मिली.

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