
दिल्ली के त्रिलोकपुरी में हुए जिम ट्रेनर हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस ने छेनू गैंग के शार्प शूटर और एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है. आरोपी शूटर का नाम शोएब है, जो इस मामले में लंबे समय से वांछित था. उसकी तलाश में पुलिस ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में कई जगहों पर छापेमारी की थी. पुलिस हिरासत में दोनों से पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, ये हत्या 12 दिसंबर को हुई थी. 32 वर्षीय जिम ट्रेनर रवि यादव को त्रिलोकपुरी के छोटा पार्क में गोली मार दी गई थी. शोएब उन शूटरों में से एक था, जिन्होंने रवि पर गोली चलाई थी. उसने स्थानीय अस्पताल में दम तोड़ दिया था. इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर कल्याणपुरी पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने हत्या की साजिश में शामिल तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन शोएब और एक अन्य शूटर सोनू पकड़ से बच निकले थे. सोनू को 2 जनवरी को राजस्थान के अजमेर में पकड़ा गया था, लेकिन शोएब यहां से भी भागने में सफल रहा. उसे एक छापे के दौरान बुधवार को महरौली-बदरपुर रोड से गिरफ्तार किया गया.
बताते चलें कि पिछले साल नवंबर में दिल्ली पुलिस ने हत्या, लूट और फिरौती के लिए कुख्यात 'छेनू गैंग' से जुड़े एक अपराधी को गिरफ्तार किया था. वो गैंग के सदस्यों के लिए धन की व्यवस्था करने का काम किया करता था. उसकी पहचान पारतीक छाबड़ा उर्फ धन्ना के रूप में हुई. उसे शास्त्री पार्क इलाके से एक देसी पिस्तौल और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि आरोपी पारतीक छाबड़ा 'छेनू गैंग' के प्रमुख सदस्य सब्बीर उर्फ पोपा पहलवान के लिए धन की व्यवस्था करने का काम करता था. इस वजह से उस पर निगरानी रखी जा रही थी. वो अवैध सट्टा चलाकर धन जुटाता था. उसका छेनू गैंग से संबंध आर्म्स एक्ट के तहत जेल में रहने के दौरान उसके गुर्गों के संपर्क में आने पर हुआ था.
बताते चलें कि छेनू गैंग का सरगना छेनू पहलवान नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली का कुख्यात गैंगस्टर है. वो इस वक्त मकोका के तहत वक्त तिहाड़ जेल में बंद है. उस पर हत्या, लूट, फिरौती समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. उसका गैंग मुख्य रूप से नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में ही सक्रिय है. वो अपने गुर्गों के जरिए सट्टेबाजी, फिरौती और रंगदारी की वारदातों को अंजाम दे रहा है.
साल 2021 में पुलिस ने एक ऑपरेशन के दौरान खुलासा किया था कि छेनू गैंग का सरगना गैंगवार से बचने के लिए बुलेट प्रूफ फॉर्च्यूनर से चलता था. इस दौरान उसके खास गुर्गे मुमताज को गिरफ्तार किया गया था, जो कि हथियार सप्लाई करने के लिए नए लड़के तैयार करता था. साल 2011 में छेनू गैंग यमुनापार में शुरू हुए गैंगवार के बाद सुर्खियों में आया था.
उस वक्त अब्दुल नासिर और छेनू पहलवान गैंग के बीच खूनी अदावत शुरू हुई थी. दोनों एक दूसरे की जान के दुश्मन बन गए थे. इसी दौरान साल 2015 में पेशी के दौरान जज के सामने ही छेनू पर जानलेवा हुआ था. इस हमले में छेनू पहलवान तो बाल-बाल बच गया, लेकिन एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई. एक दशक तक चले गैंगवार में तीन दर्जन लोग मारे गए.