
दिल्ली पुलिस ने अपहरण, बलात्कार और मानव तस्करी के मामलों में एक वांछित भगोड़े अपराधी को अंडरकवर ऑपरेशन के बाद उत्तर प्रदेश के जालौन से धर दबोचा. आरोपी अपराधी की पहचान अनिल कुमार (36) के रूप में हुई है. वो यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम और अनैतिक तस्करी अधिनियम के तहत अपहरण, बलात्कार और मानव तस्करी के मामले में वांछित था.
पुलिस उपायुक्त (अपराध) आदित्य गौतम ने बताया, "झांसी निवासी अनिल को 7 मार्च को एक अंडरकवर अभियान के बाद जालौन जिले के राम नगर इलाके से पकड़ा गया. उसे दिल्ली की एक नाबालिग लड़की को वेश्यावृत्ति में धकेलने और बिहार में बेचने से जुड़े एक मामले में अपराधी घोषित किया गया था. इस मामले में गिरफ्तारी के बाद उसे जमानत मिली, जिसके बाद वो फरार हो गया था.''
डीसीपी ने बताया कि आरोपी अनिल कुमार ने दिल्ली के निहाल विहार और झांसी में अपनी संपत्तियां बेच दीं. इसके बाद कानून से बचने के लिए अपनी पहचान बदल ली. वो लगातार अपनी पहचान और ठिकाना बदलता रहा. पुलिस को एक बड़ी सफलता तब मिली जब हेड कांस्टेबल अजय ने जालौन जिले से जुड़े संदिग्ध फोन नंबरों का पता लगाया. जांच में पता चला कि अनिल किराए के घर में अकेला रहता है.
पुलिस को यह भी पता चला कि वो नियमित रूप से शराब पीता है. उसे पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों ने जालौन स्थित शराब की दुकान के पास एक स्नैक वेंडर बनकर कार्ट लगाया. उसके रेकी के दौरान उसकी पहचान की पुष्टि होने के बाद धर दबोचा. पूछताछ के दौरान अनिल ने कबूल किया कि 2019 में उसने बाहरी दिल्ली से नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसे वेश्यावृत्ति में धकेला था.
इसके बाद उसे बिहार के छपरा में एक व्यक्ति को बेच दिया था. आरोपी को दिल्ली लाया गया और औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. उससे मिली जानकारी के जरिए पीड़ित लड़की को बिहार से दिल्ली लाया जाएगा. आलाधिकारियों को आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है. दिल्ली में जघन्य मामलों के फरार अपराधियों की तलाश में नियमित छापेमारी की जा रही है.