
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में हुई हिंसा की जांच शुरू हो गई है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में गैंगस्टर/एक्टिविस्ट लक्खा सिधाना की भूमिका की जांच हो रही है. दावा किया जा रहा है कि सेंट्रल दिल्ली में लक्खा सिधाना और उसके करीबियों ने दिल्ली पुलिस पर हमला किया. साथ ही वो सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में एक्टिव था.
सूत्रों के हवाले खबर है कि लाल किला और सेंट्रल दिल्ली इलाके में हुई हिंसा में दीप सिद्धू और गैंगस्टर लक्खा सिधाना का रोल सबसे अहम था. दोनों किसान आंदोलन के दौरान काफी एक्टिव थे. बाद में किसानों के कुछ धड़ों ने दीप सिद्धू को प्रदर्शन से हटाया भी था. सूत्रों के मुताबिक, दोनों किसान प्रदर्शन से कुछ दिन के लिए गायब हुए थे.
दो दिन पहले ही दीप सिद्धू और गैंगस्टर लक्खा सिधाना दिल्ली आए. सिंघु बॉर्डर पर रेड लाइट पर बैठे किसानों के बीच लक्खा ने भड़काऊ भाषण भी दिया था. सूत्रों के मुताबिक, दीप सिद्धू की सियासी महत्वाकांक्षा है. किसान आंदोलन के पहले तक सरकार के साथ सुर में सुर मिलता था, लेकिन किसान आंदोलन में इसे अपना सियासी हित दिखा, वह अपनी पार्टी बनाना चाहता है.
लक्खा पर पंजाब में दो दर्जन केस दर्ज
लक्खा सिधाना पर पंजाब में दो दर्जन से ज़्यादा मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, लूट, अपहरण, फिरौती जैसे अपराध शामिल हैं. साथ ही लक्खा पर आर्म्स एक्ट के मामले भी दर्ज हो चुके हैं. इन मामलों में कई साल की सजा भी काट चुका है. ज़्यादातर मामलों में गवाह या सबूत न होने की वजह से लक्खा बरी भी हो चुका है.
फिलहाल लक्खा सिधाना, पंजाब में गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता की छवि बनाने में लगा हुआ है. हाल ही में बठिंडा पुलिस ने लक्खा पर हाइवे के ऊपर लगे साइन बोर्ड्स पर कालिख पोतने का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था. लक्खा पंजाब में अंग्रेज़ी साइन बोर्ड्स पर सिर्फ़ पंजाबी भाषा लिखने की मांग कर रहा था.
इससे पहले लक्खा सिधाना, मनप्रीत बादल द्वारा पंजाब में बनाई गई पार्टी पीपीपी से रामपुरा फूल सीट से विधान सभा का चुनाव भी लड़ चुका है. इस समय लक्खा किसान आंदोलन के नाम पर किसानों के साथ लगा हुआ था और तीन कृषि क़ानूनों का लगातार विरोध कर रहा था.
लक्खा सिधाना ने हाल ही में मीडिया कर्मियों को भी अपने फेसबुक पेज पर वीडियो डालकर धमकाया था और उसके ख़िलाफ खबरें लिखने का विरोध किया था. 26 जनवरी के मौके पर लाल क़िले पर निशान साहिब का झंडा फहराने के मामले में योगेंद्र यादव ने दीप सिद्धु और लक्खा सिधाना पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है. बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली के आईटीओ चौक पर ट्र्रैक्टर पर आए लोगों ने जमकर उत्पात मचाया था.