
उत्तर प्रदेश के महोबा में एक शख्स ने बाप-बेटे के रिश्तों को तार-तार करते हुए खूनी वारदात को अंजाम दिया. यहां नशे के आदी रमाशंकर (25) ने अपने पिता रामपाल अहिरवार (40) की सोते समय लाठी से पीट-पीटकर नृशंस हत्या कर दी. इस घटना को अंजाम देने के बाद वो मौके से फरार हो गया. इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. आरोपी की तलाश की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, रामपाल अपने घर में सो रहे थे. इसी दौरान आरोपी रमाशंकर ने अचानक लाठी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया. सोते हुए रामपाल संभल नहीं सके और बिस्तर पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई. परिवार के अन्य सदस्य मौके पर पहुंचे, तो उनका खून से लथपथ शव देखकर होश उड़ गए. परिजन उनको लेकर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने चिकित्सीय परीक्षण के बाद उनको मृत घोषित कर दिया.
मृतक रामपाल अहिरवार के 80 वर्षीय पिता श्रीपत ने बताया कि उनका पोता रमाशंकर नशे का लती है. रामपाल उसे खेत पर काम करने और हाथ बंटाने के लिए कहता था. इससे वो नाराज रहता था. इसी बात से आक्रोशित होकर उसने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया. चार साल पहले वो बलात्कार के एक मामले में जेल गया था, तब उसके पिता रामपाल ने अपनी जमीन बेचकर उसे छुड़ाया था. इसके बावजूद उसने अपने पिता की हत्या कर दी.
इस मामले पर सीओ कुलपहाड़ हर्षिता गंगवार ने कहा कि आरोपी युवक द्वारा अपने ही पिता की हत्या की गई है. इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधिता धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पुलिस की एक टीम आरोपी की तलाश में लगी हुई है. उसे बहुत जल्द गिरफ्तार करके उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
बताते चलें कि पिछले साल नवंबर में भी महोबा में हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई थी. यहां गड़े धन की लालसा में 65 वर्षीय तांत्रिक हरचरण अहिरवार की हत्या कर दी गई थी. हत्यारों ने शव को शहर कोतवाली के बारात पहाड़ी गांव स्थित काली माता के प्राचीन मंदिर के हवनकुंड में फेंक दिया था. इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी. मृतक तांत्रिक हरचरण अहिरवार पनवाड़ी थाना क्षेत्र के बैंदों गांव का रहने वाला था.
वो तंत्रमंत्र के लिए इलाके में प्रसिद्ध था. उसके बेटे रामभरोसे ने बताया था कि बीते 15 नवंबर को गांव के वीरेंद्र और प्रताप नाम के दो लोग उसे भंडारे के बहाने अपने साथ ले गए थे. पुलिस को शव के पास से लाठी और टॉर्च बरामद हुई थी. ग्रामीणों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी थी. जांच में पता चला कि दोनों आरोपी गड़ा हुआ धन पाने के लिए तांत्रिक को लेकर गए थे. उन्हें धन नहीं मिला तो विवाद के बाद पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी.