
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वकील राजीव कुमार के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि उसने कोलकाता के एक कारोबारी से कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी.
दरअसल ये पूरा मामला एक जनहित याचिका से जुड़ा है. आजतक को सूत्रों ने बताया कि राजीव कुमार ने पहले कोलकाता के एक बिजनेसमैन के खिलाफ जनहित याचिका (PIL) दायर की. बाद में इसे वापस लेने के नाम पर 10 करोड़ रुपयों की मांग की. कोलकाता पुलिस ने राजीव कुमार को हाल ही में गिरफ्तार किया था. उसे पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक पार्किंग लॉट से गिरफ्तार किया गया. उस वक्त उसके पास से 50 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए.
ईडी ने भी वकील राजीव कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है. प्रवर्तन निदेशालय की रांची यूनिट ने ये मामला दर्ज किया है. इस केस के आधार पर झारखंड की एक अदालत ने आरोपी राजीव कुमार को 18 अगस्त से पहले उसके सामने पेश करने के आदेश भी दिए हैं और फिलहाल वह कोलकाता पुलिस की हिरासत में है.
कोलकाता पुलिस का दावा है कि उसने राजीव कुमार को जब 50 लाख रुपयों के साथ रंगे हाथों पकड़ा, तब वह मांगी गई रंगदारी की पहली किस्त लेकर आ रहा था.
इतनी बड़ी रकम के इन्वॉल्वमेंट को देखते हुए ईडी ने इस मामले में केस दर्ज किया है. ईडी की रांची यूनिट अब कोलकाता पुलिस से राजीव कुमार को 18 अगस्त से पहले कोर्ट में पेश करने के लिए कहेगी. इसके बाद ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जांच कर सकती है.
कोलकाता पुलिस ने राजीव कुमार को रंगे हाथों पकड़ने के लिए पूरी तैयारी की थी. उसके बाद जब वह 50 लाख रुपये की रकम लेकर लौट रहा था, तो उसे पार्किंग लॉट से गिरफ्तार कर लिया गया.
(राजेश साहा के इनपुट के साथ)