
पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर शुक्रवार को गिरफ्तार हो गए. अमिताभ ठाकुर पर मुख्तार अंसारी के कहने पर रेप के आरोपी सांसद अतुल राय को बचाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप है. ठाकुर को लखनऊ प्रभारी सीजेएम ने 9 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
दरअसल, अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने 16 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के बाहर अपने दोस्त के साथ खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की थी. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
मौत से पहले लगाए थे गंभीर आरोप
दोनों ने मौत से पहले कोर्ट के बाहर आत्महत्या करने से पहले फेसबुक लाइव भी किया था. फेसबुक लाइव में पीड़िता और उसके दोस्त ने एसएसपी अमित पाठक, सीओ अमरेश सिंह, दरोगा संजय राय और उनके बेटे विवेक राय, पूर्व आईजी पर भी उत्पीड़न का आरोप लगाया था. पीड़िता ने अमिताभ ठाकुर पर भी आरोप लगाए थे.
एसआईटी जांच के आधार पर हुई कार्रवाई
बताया जा रहा है कि अमिताभ ठाकुर को एसआईटी जांच की रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. रेप पीड़िता ने मुख्तार अंसारी के कहने पर रेप के आरोपी अतुल राय को बचाने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था.
पुलिस की गाड़ी में बैठने से इनकार कर रहे थे अमिताभ
अमिताभ ठाकुर को शुक्रवार को जब पुलिस पकड़ने पहुंची, तो वे गाड़ी में बैठने से इनकार कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाया. वे पुलिस अधिकारियों से एफआईआर दिखाने की मांग कर रहे थे. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने एक पुलिसकर्मी पर हाथ भी उठाया. इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है.
जेल में बंद हैं राय
अतुल राय घोसी से बसपा के सांसद हैं. 2019 लोकसभा चुनावों के दौरान ही उन पर रेप का आरोप लगा था. अतुल राय को जेल जाना पड़ा. हालांकि रेप के आरोपों के बाद भी वे चुनाव जीत गए थे. अतुल राय यूपी के नैनी जेल में बंद हैं. उन्हें जमानत नहीं मिली है.