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आर्यन मिश्रा मर्डर केस: पिता ने उठाए सनसनीखेज सवाल, पूछा- कार में 4 लोग थे, गोली 1 को क्यों मारी?

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हुई आर्यन मिश्रा मर्डर केस में मृतक के पिता सियानंद मिश्रा ने कई सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि उनके बेटे के साथ कार में कई लोग मौजूद थे, लेकिन उसको ही गोली क्यों मारी गई. कोई अन्य हताहत क्यों नहीं हुआ है. इस मामले की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए.

फरीदाबाद के रहने वाले आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.  फरीदाबाद के रहने वाले आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
aajtak.in
  • फरीदाबाद ,
  • 04 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:36 PM IST

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हुई आर्यन मिश्रा मर्डर केस में मृतक के पिता सियानंद मिश्रा ने कई सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि उनके बेटे के साथ कार में कई लोग मौजूद थे, लेकिन उसको ही गोली क्यों मारी गई. कोई अन्य हताहत क्यों नहीं हुआ है. इस मामले की गंभीरता से जांच की जानी चाहिए. इस बीच आर्यन के भाई ने न्याय की मांग को लेकर एक व्हाट्सएप ग्रुप 'न्याय' शुरू किया है, जिसमें एक हजार से अधिक लोग जुड़ चुके हैं.

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19 वर्षीय आर्यन मिश्रा की 23 अगस्त की आधी रात को हाईवे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसका पीछा करने और गोली चलाने वाले पांच लोगों सौरभ, अनिल, वरुण, कृष्णा और आदेश को 28 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था. सियानंद मिश्रा ने कहा, "मैं पांचों लोगों की गिरफ्तारी से संतुष्ट हूं. फरीदाबाद में मेरे लिए कुछ नहीं बचा है. मैं अपने पैतृक स्थान पर लौटना चाहता हूं. लेकिन मेरे जेहन में अभी कई सवाल कौंध रहे हैं.'' 

उनका कहना है, ''इन सवालों के जवाब मेरे मकान मालिक का परिवार ही दे सकता है. मेरे बेटे को सुजाता, उनके बेटे हर्षित और शैंकी कार में पलवल ले गए थे. शैंकी हत्या के प्रयास के एक मामले में शामिल था और उसका किसी से विवाद था. अनिल कौशिक ने पुलिस को बताया कि मेरे बेटे को इसलिए मारा गया, क्योंकि उन्होंने उसे गौ तस्कर समझ लिया था. यदि ये सही बात है, तो गौरक्षकों को किसी को भी गोली मारने का अधिकार किसने दिया?''

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सियानंद मिश्रा ने कहा कि उनका बेटा वापस तो नहीं आएगा, लेकिन इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने दावा किया कि 23 अगस्त की रात को उन्हें सूचना मिली थी कि दो एसयूवी में सवार कुछ संदिग्ध पशु तस्कर शहर में रेकी कर रहे हैं. उन्होंने आर्यन, शैंकी और हर्षित को पशु तस्कर समझ लिया. दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गढ़पुरी टोल के पास 30 किलोमीटर तक उनका पीछा किया.

उन्होंने जब उन लड़कों से अपनी कार रोकने को कहा, तो चालक ने तेज गति से गाड़ी चलाना शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने गोलियां चला दी और पलवल में गढ़पुरी टोल के पास आर्यन मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई. सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) अमन यादव ने बताया कि पुलिस ने 28 अगस्त को पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. इस मामले के कई पहलू अभी भी अनसुलझे हैं.

 

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