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यौन उत्पीड़न केस: मशहूर फिल्म मेकर पर एक्शन, एक्ट्रेस ने लगाए थे सनसनीखेज आरोप

साउथ सिनेमा में शुरू हुई मीटू मूवमेंट की आंच पर बंगाली सिनेमा तक पहुंच गई है. यहां एक अभिनेत्री के द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद मशहूर फिल्म मेकर अरिंदम सिल को पूर्वी भारत के निर्देशक संघ (डीएईआई) द्वारा निलंबित कर दिया गया है.

साउथ सिनेमा में शुरू हुई मीटू मूवमेंट की आंच पर बंगाली सिनेमा तक पहुंच गई. साउथ सिनेमा में शुरू हुई मीटू मूवमेंट की आंच पर बंगाली सिनेमा तक पहुंच गई.
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 08 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST

साउथ सिनेमा में शुरू हुई मीटू मूवमेंट की आंच पर बंगाली सिनेमा तक पहुंच गई है. यहां एक अभिनेत्री के द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद मशहूर फिल्म मेकर अरिंदम सिल को पूर्वी भारत के निर्देशक संघ (डीएईआई) द्वारा निलंबित कर दिया गया है. डीएईआई द्वारा शनिवार देर रात भेजे गए एक खत में कहा गया है कि निलंबन तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.

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डीएईआई के अध्यक्ष सुब्रत सेन और सचिव सुदेशना रॉय द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, "आपके खिलाफ लगाए गए कुछ आरोपों और हमारे पास मौजूद प्रथम दृष्टया सबूतों के कारण डीएईआई ने आपको अनिश्चित काल के लिए निलंबित करने का फैसला किया है. आपके खिलाफ लगे आरोप गहरी चिंता का विषय हैं. हमारे पूरे संगठन को बदनाम कर रहे हैं."

'हर हर ब्योमकेश' और 'मितिन माशी' जैसी जासूसी फिल्में बना चुके मशहूर फिल्म मेकर अरिंदम सिल टॉलीवुड के जाने-माने नाम हैं. उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि जिसे दुर्व्यवहार माना जा रहा है, वह उनसे अनजाने में हुआ था. उन्होंने कहा कि जिस घटना का जिक्र किया जा रहा है, वो हाल ही में हुआ, जब एक फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री को एक सीन समझा रहे थे.

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उन्होंने दावा किया, "उस समय मेरे काम या आचरण पर किसी ने आपत्ति नहीं जताई. फिल्म में काम करने वाले और घटना के समय मौजूद सभी लोग इस बात की गवाही देंगे कि उन्होंने जानबूझकर कोई गलत काम नहीं किया है. मैं हमेशा अपने अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को शॉट लेने से पहले सीन समझाता हूं. इस घटना के बाद भी उस अभिनेत्री ने चार घंटे तक शूट किया था.''

अरिंदम सिल ने आरोप लगाया कि डीएईआई उनका पक्ष जाने-सुने बिना ही उनको निलंबित कर दिया. दरअसल, बंगाली सिनेमा की एक अभिनेत्री द्वारा पश्चिम बंगाल महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराने के बाद डीएईआई ने ये मामले अपने हाथ में ले लिया था. डीएईआई सचिव ने कहा कि उन्होंने सभी पक्षों से बात करने के बाद इस मामले पर विचार किया और प्रथम दृष्टया शिकायत सच पाया. 

पीड़ित अभिनेत्री ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि उन्हें आयोग पर पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा, "मैं उनसे (अरिंदम सिल) पूछती हूं कि किसी शॉट को समझाने के लिए फिजिकली टच करना जरूरी क्यों है. हम सभी पेशेवर कलाकार हैं. मैं भविष्य में जब भी जरूरत होगी, आयोग के सामने जाऊंगी. वहां सारी बातें बताऊंगी." बता दें कि इस वक्त मीटू मूवमेंट ने फिल्म इंडस्ट्री को हिला रखा है. 

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अरिंदम सिल पर आरोप लगाने वाली पीड़ित एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बताया था, "उन्होंने मुझे एपिसोड की स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए अपने ऑफिस में बुलाया था. यह दुर्गा पूजा से कुछ दिन पहले की बात है. आश्चर्यजनक रूप से जब मैं शाम 5 बजे उनके ऑफिस पहुंची तो वहां कोई नहीं था. मुझे एक अजीब सी अनुभूति हुई. अचानक वो अपनी सीट से उठे और मेरे सिर-पीठ पर अपना हाथ फिराने लगे.''

एक्ट्रेस ने आगे कहा, ''ऑफिस में केवल वो और मैं ही थे. मुझे डर लग रहा था कि अब मेरा बलात्कार हो जाएगा. मैं प्रार्थना कर रही थी कि कोई कमरे में आ जाए. थोड़ी देर बाद मैं इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकी. मैंने दृढ़ता से उनसे स्क्रिप्ट के बारे में बात करने के लिए कहा. शायद वो समझ गए कि मैं ऐसी महिला नहीं हूं, जो उनके प्रलोभनों के आगे झुक जाऊं. उन्होंने तुरंत अपना व्यवहार बदल लिया.''

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