
सिस्टम की सख्ती और जांच एजेंसियों की पैनी निगाह की वजह से एक के बाद एक नेताओं के घपले-घोटाले सामने आ रहे हैं. इस दौरान न सिर्फ उनके कारनामों का भंडा फूट रहा है बल्कि उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भी भेजा जा रहा है. इसी क्रम में अब गाज तमिलनाडु के पूर्व मंत्री एम आर विजयभास्कर पर गिरी है.
उनको जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें त्रिस्सूर से अरेस्ट किया गया. एम आर विजयभास्कर को तमिलनाडु की क्राइम-ब्रांच क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CBCID) के द्वारा गिरफ्तार किया गया.
अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा
एम आर विजयभास्कर पर आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर फर्जी कागज बना कर करोड़ों की जमीन पर कब्जा कर रखा था. इस मामले की जांच कथित रूप से की गई एक शिकायत के बाद शुरू हुई. जिसकी भनक लगते ही एम आर विजयभास्कर केरल भाग गए थे. इससे पहले एम आर विजयभास्कर को करूर जिला सत्र न्यायालय से तब झटका लगा था जब न्यायालय ने उनकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी.
तमिलनाडु सरकार में रहे थे मंत्री
AIADMK नेता तमिलनाडु की पलनीस्वामी सरकार में परिवहन मंत्री थे. इस धोखाधड़ी के मामले में एम आर विजयभास्कर के साथ उनके साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है. विजयभास्कर के साथियों को विलागनूर (Vilanganur) ने गिरफ्तार किया गया, जहां वे किराए के मकान में रहते थे. वहां से गिरफ्तार करने के बाद पीची (Peechi, Thrissur District, Kerala) पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
जहां से उन्हें तमिलनाडु ले जाने से पहले अदालत में पेश किया गया. इस मामले की तहकीकात सीबी-सीआईडी कर रही थी. अपनी जांच के दौरान सीबी-सीआईडी ने तमिलनाडु के पूर्व मंत्री एम आर विजयभास्कर के ठिकानों पर छापा भी मारा है.