
दिल्ली के छावला इलाके में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मारे गए राजाराम के कत्ल का केस पुलिस ने दर्ज कर लिया है. लेकिन अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. राजाराम की हत्या का आरोप कथित गोरक्षकों पर लगा है. दिल्ली के छावला थाने में इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि गोहत्या के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ की जा रही है.
पुलिस को पूछताछ के दौरान मोहम्मद शानू ने बताया कि 11 और 12 अप्रैल की रात कुछ लोग फार्म हाउस पर आए और उन्होंने बुरी तरीके से मारपीट की. पुलिस का कहना है कि इस आरोप के बाद दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज किया था.
पुलिस ने बताया कि गोहत्या का संदिग्ध आरोपी राजाराम नाम का एक शख्स भी था. जिसकी तबीयत हॉस्पिटल से निकलने के बाद दोबारा खराब हो गई थी. इसके बाद उसे फिर से हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद इस एफआईआर में धारा 302, यानी कत्ल की आईपीसी भी जोड़ दी गई है.
राजाराम सालों से एक फार्म हाउस में केयरटेकर के तौर पर रहता था. वो बिहार का रहने वाला है उसके चार बच्चे भी हैं. दो लड़के और दो लड़कियां. लड़कियों की उम्र 6 और 18 साल है, जबकि लड़कों की 5 और 15 साल है. राजाराम की इनकम का कोई अन्य साधन नहीं था. राजाराम की हत्या के बाद उनका परिवार सड़क पर आ गया है.
59 साल के राजाराम की तबियत भी अक्सर खराब रहती थी. घरवालों को समझ नहीं आ रहा कि किसने अफवाह फैलाई और भीड़ फार्म हाउस के अंदर घुस गई और बिना किसी जांच पड़ताल के उनकी बुरी तरह से पीट कर हत्या कर दी.
इस पूरे मामले पर डीसीपी शंकर चौधरी का कहना है कि दर्ज दोनों मामलों की जांच की जा रही है. मौके से पुलिस को कुछ मांस के टुकड़े भी मिले थे, जिनकी जांच कराई जा रही है. राजाराम के कत्ल के मामले में पुलिस ने पहचान करने की कोशिश शुरू कर दी है.
पुलिस का कहना है कि लगातार लोगों से पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कौन लोग थे और किस तरीके से रात के वक्त इतने लोग एक साथ जुड़े और सीधे फार्म हाउस पर पहुंचकर मारपीट की. इसके लिए पुलिस टेक्निकल सबूत भी जुटा रही है.
ये भी पढ़ें