
दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपने साहस और चतुराई के चलते एक बच्चा अपहृत होने से बच गया. यानी उसके अपहरण की घटना नाकाम हो गई. गाड़ी में कैद मासूम अपने दांत बदमाश के हाथ पर गड़ाकर अपहरकर्ताओं के चंगुल से भाग निकला. साथ ही 2 किमी दौड़ते हुए सकुशल अपने घर पहुंच गया.
गाजियाबाद के थाना मुरादनगर इलाके का यह मामला है. बीते शनिवार को आयुध निर्माणी फैक्ट्री के बाहर से कारोबारी के 11 साल के बेटे का एक कार में अपहरण कर लिया गया था.
दरअसल, थाना मुरादनगर की राधेश्याम फेस वन कॉलोनी में रहने वाले धर्मेंद्र अपनी पत्नी और बेटों आरव व मनी के साथ रहते हैं. वह इलाके में कपड़ों के बड़े व्यापारी हैं. शनिवार को जब उनका 11 वर्षीय पुत्र आरव अपनी साइकिल से पास के रेलवे रोड पर सब्जी लेने गया, तभी रास्ते में कार सवार अज्ञात बदमाशों ने उसकी साइकिल रोक ली और साइकिल समेत उसे कार में खींच लिया.
11 साल के आरव ने बताया, बदमाश संख्या में चार थे और उनके हाथ में हथियार समेत कांच की टुकड़ा था. जिसको दिखाकर वह उसको डरा रहे थे. बदमाशों ने गाड़ी में मासूम को खींचने के बाद उसकी साइकिल बाहर फेंक दी और उसके कपड़े भी उतार दिए और फिर अपनी कार दौड़ा दी.
रास्ते में जब बदमाश अपनी गाड़ी मुरादनगर थाना इलाके के पैदा गांव के पास रोककर खड़े हो गए. तभी एक बदमाश का कॉल आ गया. जिसके बाद 11 साल आरव ने एक बदमाश के हाथ पर दांत गड़ाकर बदमाशों की कार से निकल भागा और किसी तरह बचता हुआ बदहवास हालत में करीब 2 किलोमीटर दूर अपने घर पहुंच गया.
मासूम पैदल और बिना कपड़ों के दौड़कर अपने घर पहुंचा और परिजनों को आपबीती बताई. जिसके बाद परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई.
परिजन जब चौकी पर शिकायत लेकर पहुंचे तब कई बार कहने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और काफी देर बाद शिकायत दर्ज की. परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस अगर सभी सीसीटीवी आदि खंगाल लेती तो बदमाश ज्यादा दूर भाग नहीं पाते और पकड़े जाते.
आरव के पिता के मुताबिक, साफ है कि 11 साल के मासूम बच्चे ने अपने साहस और सूझबूझ से अपहरण की सनसनीखेज घटना को नाकाम कर दिया. हालांकि, बच्चा सकुशल अपने घर लौट आया, लेकिन घटना को लेकर बच्चे का परिवार ख़ौफ़ज़दा हैं और घटना को लेकर नाराजगी भी बच्चे के परिवार और इलाके के लोगों में है.
वहीं, पुलिस का ढुलमुल रवैया भी बच्चे के परिवार की चिंताओं को बढ़ा रहा है. हालांकि, पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. लेकिन मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होने और बच्चे की सुरक्षा को लेकर भी बच्चे का परिवार बेहद चिंतित हैं.