
गाजियाबाद पुलिस ने हाल ही में गौ-तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. 11 नवंबर को गाजियाबाद पुलिस की गौ-तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 7 तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए थे. सभी को पैर में एक ही जगह गोली लगी थी. उस एनकाउंटर के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. आजतक ने इस मामले में खुलासा किया था कि पकड़ा गया एक आरोपी नाबालिग है.
गाजियाबाद एनकाउंटर में आजतक का खुलासा
अब पुलिस ने भी आजतक के खुलासे पर अपनी मुहर लगा दी है. अब ये मुहर तब लगी है जब आजतक ने सीधे नाबालिग की मां से बात की थी और बाकायदा उसका आधार कार्ड भी देखा था. इस मामले में गाजियाबाद एसएसपी ने जांच के लिए टीम बनाई थी और जांच सीओ को सौंपी गई थी.
सीओ ने अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है और खुलासा किया है कि एनकाउंटर में घायल एक नाबालिग ही था, इतना ही नहीं एनकाउंटर के बाद नाबालिग के परिवार ने एनकाउंटर को अंजाम देने वाले एसएचओ राजेंद्र त्यागी को एनकाउंटर के बाद आधार कार्ड भी दिखाया था और कहा था कि पीड़ित नाबालिग है लेकिन एसएचओ ने बात को अनसुनी करते हुए लिखा पढ़ी में उसकी उम्र 18 साल ही लिखी थी और डासना जेल भेज दिया था.
किस बात पर रहा विवाद?
अब सीओ की जांच के खुलासे के बाद गाजियाबाद पुलिस कोर्ट में बताएगी कि एक आरोपी नाबालिग है. जानकारी के लिए बता दें कि एसएसपी ने एनकाउंटर के बाद उठे सवालों के लिए अलग-अलग जांच कमेटी बनाई है जिसमें एक टीम एनकाउंटर में घायल आरोपियों का प्रोफाइल और उनके बयान पर फोकस कर रही है जबकि दूसरी टीम एनकाउंटर कैसे हुआ, क्या बिना एनकाउंटर के भी आरोपियों को पकड़ा जा सकता था, क्या एनकाउंटर पर उठे सवाल सही हैं या गलत इन एंगल पर जांच कर रही है.
आपको बता दें कि एनकाउंटर के बाद एसएचओ का पहले ट्रांसफर किया गया था लेकिन बाद में जनरल डायरी लीक करने पर एसएचओ को सस्पेंड कर डिपार्टमेंटल इंक्वायरी के आदेश जारी कर दिए गए थे.