
गाजियाबाद का एक मोबाइल वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वायरल वीडियो में एक युवक एक लड़के का हाथ पकड़ कर पहले उससे उसका नाम पूछता है और नाम सुनने के बाद उसकी पिटाई शुरू कर देता है. यह घटना गाजियाबाद के डासना इलाके की है.
दरअसल, जिस लड़के की पिटाई की जा रही है वो मुस्लिम लड़का है. वीडियो की शुरुआत में कहा जा रहा है कि वीडियो बढ़िया से शूट करना. इसके बाद वो शख्स बच्चे का हाथ पकड़ता है और उससे नाम पूछता है. नाम सुनने के बाद वो उससे मंदिर में आने की वजह पूछता है जिस पर लड़का कहता है कि वो पानी पीने के लिए आया था.
पहले कभी मना नहीं कियाः पीड़ित
पीड़ित लड़के से बात करने के लिए आजतक की टीम उसके घर पहुंची. बच्चे का घर मंदिर से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर है. बच्चे ने बताया कि वो अक्सर मंदिर में पानी पीने जाता था, लेकिन कभी किसी ने मना नहीं किया.
बच्चे के पिता हबीब दैनिक मजदूर हैं और इनके 9 बच्चे हैं. हबीब इनमें से 7 बच्चों के साथ गाजियाबाद के डासना इलाके में किराए के एक कमरे में रहते हैं. हबीब के मुताबिक उनका बेटा शुक्रवार की शाम घर आया और मारपीट की बात कही. थोड़ी देर में ही पुलिस खुद ही हबीब का घर खोजते हुए उनके घर आई.
उनके अनुसार, पुलिस ने बच्चे का बयान लिया. मेडिकल कराया फिर एफआईआर दर्ज कर बिहार के रहने वाले आरोपी श्रृंगी नंदन यादव को गिरफ्तार कर लिया.
एसपी देहात इराज राजा ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि आरोपी बच्चे की पिटाई शुरू कर देता है. हालांकि इस दौरान एक आवाज और आ रही है जो आरोपी युवक को ऐसा करने से मना कर रहा है. साथ में बच्चा भी अंकल से जाने देने को कह रहा है. ये पूरा वीडियो 26 सेकंड का है.
मुसलमानों का प्रवेश वर्जित!
आजतक टीम जब मंदिर पंहुची तो हमें मंदिर के गेट पर ही एक बोर्ड लगा दिखा, जिस पर लिखा था कि यह मंदिर हिंदुओं का पवित्र स्थल है. यहां मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है. आदेशानुसार यति नरसिंहानंद सरस्वती.
हमने मंदिर में जाकर यति नरसिंहानंद सरस्वती जी से मिलने की कोशिश की तो पता लगा कि वो बाहर गए हैं. उनका फोन भी नहीं मिला, लेकिन मंदिर में मौजूद एक श्रद्धालु ने हमें बताया कि अगर बात पानी की होती तो पानी पीने के लिए मंदिर के ठीक बाहर सरकारी नल लगा है, वहां पी लेता.
जबकि वहीं मौजूद एक सेवादार सरोज शात्री ने कहा कि वो लड़का हो सकता है कि रेकी के इरादे से आया हो और वो कबाड़ का काम करता है. रात में कबाड़ चोरी करता. ये बाहर जो बोर्ड लगा है वो अब से कम से कम 5 साल पहले लगा था, जब चोरी की और छेड़छाड़ की घटना हुई थी.
सेवादार का यह भी कहना था कि बोर्ड लगे होने के बावजूद भी लोग आते हैं और उन्हें कोई नहीं रोकता.