
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रेलवे पुलिस ने चलती ट्रेन से चोरी करने वाले गिरोह के सरगना सहित चार सदस्यों को दबोचा है. ये गिरोह चलती ट्रेन में लोगों के बैग से उनका कीमती सामान चोरी कर लेते थे और यात्रियों को पता तक नहीं चलता था. इस गैंग के सरगना ने कॉन्ट्रैक्ट पर चोरों को रखा हुआ था, जो ट्रेन से चोरी करते थे और आधा माल खुद रखते और आधा सरगना को दिया करते थे.
पुलिस के मुताबिक गैंग का सरगना जब किसी को अपने गैंग में शामिल करता था, तो पहले बकायदा उसको वह चोरी की ट्रेनिंग दिया करता था कि चलती ट्रेन में किस तरीके से चोरी करते हैं, ताकि लोगों की पकड़ में न आएं और कब और कहां ट्रेन से उतरना है. पुलिस ने इस गैंग के सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इस गैंग के सरगना का नाम सोनू उर्फ राजकुमार है, जबकि बाकी तीन आरोपियों के नाम दुर्गेश, करण और योगेश हैं.
पुलिस के मुताबिक दुर्गेश, करण और योगेश लॉकडाउन के दौरान नौकरी चले जाने की वजह से बेरोजगार थे और तभी सोनू ने उनसे संपर्क किया. ट्रेन में चोरी करने के लिए उकसाया और उसके बाद इन्हें ट्रेनिंग दी. इसके बाद ये तीनों जो भी सामान चुराते उसमें आधा हिस्सा सोनू का और आधा इनका होता था. सोनू उर्फ राजकुमार पिछले 6 सालों से चलती ट्रेनों में चोरी करने का काम कर रहा था, लेकिन लॉकडाउन में जब सारी ट्रेनें चलनी बंद हो गईं, तो सोनू का धंधा भी बंद हो गया.
ट्रेनों का संचालन फिर शुरू हुआ, तो सोनू ने लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए लोगों से संपर्क किया. उन्हें ट्रेनिंग दी और बकायदा कॉन्ट्रैक्ट पर उनसे चोरी करवाने लगा. पुलिस का कहना है कि अभी इन सबसे पूछताछ जारी है.पुलिस ने आरोपियों के पास से 2 लैपटॉप, 12 एंड्राइड फोन और इसके अलावा सोने और चांदी के गहने भी बरामद किए हैं.
लॉटरी का लालच देकर करते थे ठगी, दो गिरफ्तार
वहीं फरीदाबाद पुलिस ने लॉटरी निकलने का लालच देकर लोगों को ठगने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ किया है. यह लोग बकायदा एक कॉल सेंटर चलाते थे, वहां से लोगों को फोन किया करते थे. लोगों को अपने झांसे में फंसाने के लिए यह लोग सामने वाले से कहते कि उनके नाम से महंगा मोबाइल फोन टीवी लैपटॉप या दूसरे कीमती सामान निकले हैं, लेकिन इनाम को लेने से पहले या तो वह रजिस्ट्रेशन के नाम पर 3 हजार रुपये जमा करवा लेते या फिर अपने दिए हुए लिंक पर शॉपिंग करने के लिए कहते. पुलिस ने इस गैंग के दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिनके नाम जावेद खान और यासीन है. पुलिस ने इनके पास से 7 मोबाइल फोन, 13 लैंडलाइन फोन, 11 कंप्यूटर एक पेन प्रिंटर, एक पेन ड्राइव और पांच सिम कार्ड बरामद किए हैं.
फरीदाबाद पुलिस को जानकारी मिली थी अपने बिलों के जरिए एक फर्जी कॉल सेंटर लक्कड़पुर मार्केट के अंदर से चल रहा है, जहां से लोगों के साथ ठगी की जा रही है. इस जानकारी के बाद फरीदाबाद पुलिस ने एक टीम बनाई. टीम ने पहले जाकर जानकारी जुटाई और जब पुलिस को पता लगा कि वहां से एक फेक कॉल सेंटर चल रहा है. यहां पर कॉल कर लोगों के साथ ठगी की जा रही है, तो फिर पुलिस ने दबिश देकर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.