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गाजियाबाद केस: ताबीज की वजह से पत्नी के गर्भ में बच्चे की हुई मौत, इसीलिए बुजुर्ग को पीटा- पुलिस से बोला आरोपी

पिछले दिनों गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग अब्दुल समद का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसको लेकर आज पुलिस ने बयान दर्ज किया है. आरोपी प्रवेश ने माना है कि उसने बुजुर्ग की पिटाई की थी. हालांकि, उसने इसके पीछे की वजह ताबीज को बताया है. उसने यह भी कहा कि कल्लू ने बुजुर्ग की दाढ़ी काटी थी.

अब्दुल समद अब्दुल समद
तनसीम हैदर/अरविंद ओझा
  • गाजियाबाद,
  • 18 जून 2021,
  • अपडेटेड 9:26 AM IST
  • पुलिस ने दर्ज किए आरोपी प्रवेश के बयान
  • आरोपी ने बुजुर्ग की पिटाई की बात स्वीकार की
  • उसने कहा- कल्लू ने काटी थी बुजुर्ग की दाढ़ी

गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग अब्दुल समद के वायरल वीडियो के मामले में यूपी पुलिस के जांच अधिकारी ने शुक्रवार को डासना जेल में बंद प्रवेश गुर्जर के बयान दर्ज किए. अपने बयान में प्रवेश ने माना है कि उसने बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई की थी. उसने अधिकारियों को बताया कि वह काफी गुस्से में था, क्योंकि उसे लगता था कि अब्दुल समद द्वारा दी गई ताबीज की वजह से उसकी पत्नी के गर्भ में पल रहे छह महीने के नवजात की मौत हो गई थी. प्रवेश ने यह भी बताया कि उसी वजह से उसके साथ बुरा हो रहा था.

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पूछताछ में प्रवेश ने जांच अधिकारी को बताया कि कल्लू ने बुजुर्ग अब्दुल समद की दाढ़ी काटी थी, क्योंकि वह भी काफी गुस्से में था. जिस समय यह घटना हुई थी, उस वक्त वहां पर कई लोग मौजूद थे. इस मामले में शुक्रवार को पहली बार पुलिस ने प्रवेश गुर्जर के बयान दर्ज किए हैं. चूंकि, प्रवेश गुर्जर रंगदारी के एक दूसरे मामले में जेल में बंद है, इसलिए उससे जेल में ही पूछताछ की गई. बयान दर्ज करने के बाद अब पुलिस प्रवेश को रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है.

इस मामले में एक दिन पहले पुलिस ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों के नाम हिमांशु, अनस, शावेज और बाबू हैं. शुक्रवार को इन सभी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया. हालांकि, कोर्ट ने चारों को जमानत दे दी है. अभी तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से 8 को जमानत मिल चुकी है.

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बता दें कि हाल ही में गाजियाबाद के लोनी के एक बुजुर्ग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में कुछ युवक बुजुर्ग की पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे थे. पुलिस ने दावा किया था कि यह पूरा मामला ताबीज को लेकर हुआ था. इसमें सांप्रदायिक एंगल होने से पुलिस ने इनकार कर दिया था. यूपी पुलिस ने इस मामले में ट्विटर समेत कइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है.

'फोन बंद करके अंडरग्राउंड हो गया उम्मेद पहलवान'
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस सपा के स्थानीय नेता उम्मेद पहलवान को तलाश कर रही है. पुलिस के मुताबिक, उम्मेद की लोकेशन 17 जून की शाम नोएडा में मिली थी, जिसके बाद पुलिस के पहुंचने से पहले वह वहां से गायब हो गया. बाद में उसकी लोकेशन दिल्ली में मिली और तभी से मोबाइल ऑफ है.

गाजियाबाद पुलिस को शक है कि उसने अपना सिम निकाल दिया है और इंटरनेट के जरिए लोगों से बात कर रहा है. पुलिस का कहना है मोबाइल बंद है इसलिए लोकेशन नहीं मिल पा रही है. लिहाजा मैनुअल यानी ह्यूमन इंटेलिजेंस के सहारे उस पर शिकंजा कसने की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने उम्मेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है.

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