
गोरखनाथ मंदिर में जवानों पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी मुर्तजा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब इस पूरे मामले का एक आतंकी कनेक्शन भी सामने आ रहा है जिसने इस घटना को और ज्यादा संवेदनशील बना दिया है.
जांच में सामने आया है कि आरोपी अहमद मुर्तुजा अब्बासी हाल के दिनों में कोयंबटूर, लुंबिनी (नेपाल) गया था. अब्बासी के पास से कई बैंकों के एटीएम कार्ड भी बरामद हुए हैं. दिल्ली से मुंबई का फ्लाइट टिकट भी मिला है. इस सब के अलावा उर्दू में लिखा साहित्य भी बरामद किया गया है. उस साहित्य के ट्रांसलेशन के लिए उर्दू के जानकारों को भी बुलाया गया है.
ये भी कहा जा रहा है कि अब्बासी ने महंगा macbook खरीद कर ऑनलाइन radicalize की ट्रेनिंग शुरू की थी. खुद को धर्म के नाम पर कुर्बानी देने वाला समझने लगा था अब्बासी. ऐसे में इन्हीं तथ्यों के आधार पर आरोपी के आतंकी कनेक्शन सामने आ रहे हैं. जांच एजेंसी की माने तो आरोपी का नेपाल कनेक्शन भी इस मामले में अहम सबूत साबित हो सकता है.
पिता बोले- बेटा आतंकी नहीं बीमार है
वैसे जांच एजेंसी जरूर इस पूरे मामले में आतंकी हमले की तरह देख रही है, लेकिन मुर्तजा के पिता इसे गलत मानते हैं. वे लगातार कह रहे हैं कि उनका बेटा कोई आतंकी नहीं है. घटना वाले दिन भी उसके पास हथियार नहीं था. उनकी माने तो उनका बेटा तो मानसिक रूप से बीमार है. वो अकेला नहीं रह सकता है, उसकी हालत स्टेबल नहीं है.
आजतक से बात करते हुए मुर्तजा के पिता कहते हैं कि बचपन से ही वो बीमार था जिसको हम नहीं समझ पाए लेकिन 2018 में आते-आते इस बीमारी ने भयानक रूप ले लिया. नौकरी के दौरान भी महीने 2 महीने बिना सूचना के कमरे में पड़ा रहता था. नौकरी पर नहीं जाता था. हमने इसका इलाज जामनगर अहमदाबाद में भी करवाया. आरोपी के पिता ने ये भी जानकारी दी है कि कुछ दिन पहले ही पुलिस 36 लाख रुपए के बकाए का नोटिस लेकर उनके बेटे की तलाश में आई थी. 36 लाख के बकाए का नोटिस देख मुर्तजा हाइपर हो गया था और पता नहीं फिर कैसे मंदिर के पुलिस कर्मियों से लड़ बैठा.
अभी के लिए आरोपी का पिता बेटे के लिए सहानुभूति की मांग कर रहा है. लेकिन जांच एजेंसियां लगातार उसके खिलाफ सबूत इकट्ठा भी कर रही हैं और बड़ी कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है.