
तेज रफ्तार सेंट्रो कार ने 3 छात्राओं को जोरदार टक्कर मार दी. इसमें बिहार की रहने वाली एक छात्रा स्वाति सिंह की हालत गंभीर है और वह कोमा में चली गई है. उसे इलाज के लिए आईसीयू में भर्ती कराया गया है. छात्रा के दोस्त ट्रीटमेंट के लिए चंदा जुटा रहे हैं.
स्वाति के साथ घायल हुई छात्रा ने बताया कि उनको पीछे से सेंट्रो कार ने बहुत तेज टक्कर मार दी थी. जिसके कारण उन्हें चोटें आई हैं. हालांकि, साथी स्वाति की हालत नाजुक है उसे ब्रेन हैमरेज हो गया है और दाहिने पैर में 5 फ्रैक्चर भी आए हैं. पुलिस ने भी अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है. मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस उनसे मिलने पहुंची.
बिहार से यहां आ गई हैं छात्रा की मां
छात्रा की मां ने बताया कि उनको घटना वाली रात बताया गया था कि उनकी बेटी का एक्सीडेंट हो गया है. इसके बाद वह वह कल यहां पर पहुंचे हैं. उनकी बेटी की हालत काफी खराब है. डॉक्टर अभी कुछ भी साफ नहीं बता रहे हैं. वहीं, स्वाति के साथ घायल हुई 2 छात्रों को मामूली छोटें आईं थी. इलाज के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
ब्रेन में जमा खून डॉक्टरों ने निकाला, अभी क्रिटिकल है हालत
स्वाति सिंह का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया कि उसे बेहोशी की हालत में लाया गया था. ब्रेन में खून जमा हो गया था, जिसको निकाल दिया गया है. लड़की की हालत काफी क्रिटिकल है. पैर में भी फैक्चर है. अभी स्थिति नाजुक बनी हुई है.
नशे में थे कार सवार युवक, 3 छात्राओं को मारी टक्कर
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में यह हादसा 31 दिसंबर की रात को हुआ था. नशे की हालत में सेंट्रो सवार तीन युवकों ने बाजार से सामान लेकर घर जा रही तीन छात्रों को जोरदार टक्कर मार दी थी. इसके बाद कार सवार युवक मौके से फरार हो गए थे.
घायल छात्रा के कॉलेज के दोस्त ही इलाज कराने के लिए डोनेशन का बीड़ा उठाया है. मामले में पुलिस ने लेटलतीफी दिखाते हुए एफआईआर दर्ज की है और मामले की जांच में जुट गई.
ग्रेटर नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में 4 ईयर की स्टूडेंट है
ग्रेटर नोएडा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में चौथे साल की छात्रा स्वाति सिंह ग्रेटर नोएडा में रहकर पढ़ाई कर रही है. हादसे के बाद पीछे से आए एक कार सवार ने तीनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही गाड़ी चालक ने यह भी बताया कि गाड़ी बहुत ही रफ तरीके से चला रहे थे.
माता-पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर, दोस्त जुटा रहे चंदा
स्वाति की जान बचाने के लिए स्टूडेंट्स चंदा जमा कर रहे हैं. हालांकि, उनके पास पैसे कम होते जा रहे हैं. स्वाति के दोस्त लोगों से अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा चंदा दें क्योंकि स्वाति सिंह के परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं है.