
साइबर सिटी गुरुग्राम में दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने कलेक्शन एजेंट पर हमला कर 24 लाख रुपयों से भरा बैग छीन लिया. इस घटना के बाद शिकायत मिली तो पुलिस ने जांच शुरू की. जांच के बाद पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने 15 लाख तीन हज़ार रुपए की रकम के साथ ही वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक कब्जे में ले ली है.
एसीपी क्राइम प्रितपाल सिंह ने बताया कि अंकुर नाम का आरोपी आईटीसी कंपनी में ही काम करता है. उसने अपने भाई उज्ज्वल के साथ मिलकर लूट की साजिश रची थी. इसके बाद चंद्र भानु प्रताप, विनीत व प्रवीण को भी शामिल कर लिया.
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनमें से एक की मां और एक की पत्नी बीमार चल रही है. उन्हीं के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी, जिसके लिए उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया है. पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. पुलिस बाकी रकम की तलाश कर रही है.
26 दिसंबर की देर शाम दिया था वारदात को अंजाम
एसीपी क्राइम प्रितपाल सिंह ने बताया कि दिल्ली की आस्था कलेक्शन एजेंसी के दो कर्मचारी अंकुर व राजीव रंजन बाइक से गुड़गांव के चकरपुर इलाके में करीब 24 लाख रुपए का कैश जमा कराने जा रहे थे. यह घटनाक्रम 26 दिसंबर की देर शाम का है. जब कर्मचारी चकरपुर के राधा कृष्ण मंदिर के पास पहुंचे तो दो बाइक सवार युवकों ने कर्मचारियों की बाइक के आगे अपनी बाइक लगा दी.
पत्थर से हमला कर किया लहूलुहान, फिर बैग छीनकर हुए फरार
इसके बाद दोनों के सिर पर पत्थर से वार कर दिया. इस घटना में दोनों लहूलुहान होकर नीचे गिर गए. इसके बाद आरोपियों ने उनके पास मौजूद 24 लाख रुपए से भरा बैग छीन लिया और मौके से फरार हो गए थे. यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया था.
पुलिस ने घटना की जांच शुरू की. इसके बाद पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर बाकी की रकम तलाश कर रही है. पुलिस आरोपियों की क्राइम कुंडली भी खंगाल रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि इनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं रहा है.