
हरियाणा में गुरुग्राम के इफको चौक पर पिछले सोमवार को लावारिस सूटकेस में महिला की लाश मिली थी. शव को देखकर पता चला कि महिला की काफी बर्बरता से हत्या की गई थी. अब जाकर महिला के शव की शिनाख्त हो गई है और साथ ही हत्यारे का भी पता चल गया है.
जानकारी के मुताबिक, मृतका का नाम प्रियंका था और वह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर की रहने वाली थी. गुरुग्राम के सहरौल गांव में पति और बच्चे के साथ वह किराए पर रहती थी. प्रियंका को ऐसी दर्दनाक मौत देने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका ही पति राहुल था.
'कभी टीवी तो कभी मोबाइल फोन की डिमांड करती थी बीवी'
राहुल ने शुरुआती पूछताछ में ही वारदात का खुलासा कर दिया. उसने बताया कि "सर बीवी कभी टीवी तो कभी मोबाइल फोन की डिमांड करती थी. जबकि मेरी सैलरी 12 हजार रुपये है. ऐसे में उसकी डिमांड कैसे और कब तक पूरी करता. इसलिए मार दिया.
दिनदहाड़े सूटकेस में घसीटता ले गया लाश
अजीब यह है कि हत्या के बाद राहुल सूटकेस में बंद बीवी का शव को दिन दहाड़े घसीटता ले जा रहा था लेकिन किसी को शक तक नहीं हुआ. बता दें कि हत्यारोपी राहुल और म़तका प्रियंका का डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह हुआ था. हत्या के बाद उसने महिला के हाथ से अपने नाम के टैटू को खरोंचकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी.
हत्या से पहले खरोंचा अपने नाम का टैटू
महिला के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया तो कई खुलासे हुए. इसकी रिपोर्ट में सामने आया कि महिला के साथ हत्या से पहले क्रूरता की गई. टैटू को खुरचकर महिला के साथ टॉर्चर और शरीर पर जलाने के निशान मिले हैं. साथ ही उसकी हत्या गला दबाकर की गई. इसके अलावा, महिला के प्राइवेट पार्ट पर भी चोट के निशान मिले.
सूटकेस में मिला था महिला का नग्न शव
बता दें कि मृतक महिला का नग्न शव बीते सोमवार इफको चौक के पास मिला था. शाम करीब चार बजे ऑटोरिक्शा चालक ने पुलिस को सूचना दी कि इफको चौक के पास सड़क किनारे झाड़ियों में एक संदिग्ध सूटकेस पड़ा देखा गया है. मृतका की उम्र करीब 25 साल बताई जा रही थी. सोमवार को शव की सूचना मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया.
सूचना के बाद एफएसएल और क्राइम टीम ने जांच शुरू कर दी थी और शिनाख्त होने पर महिला के पति को हिरासत में लिया था. डीसीपी वेस्ट दीपक सहारण ने कहा, 'युवती की हत्या किसी अन्य स्थान पर की गई थी और सबूत मिटाने की नीयत से शव को सूटकेस में बंद कर इफको चौक के पास झाड़ियों में फेंका गया.