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मासूम का अपहरण, 1 करोड़ की फिरौती और 2 लोगों की गिरफ्तारी... ग्वालियर किडनैपिंग केस में हैरतअंगेज खुलासा

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिवाय गुप्ता किडनैपिंग केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुरैना जिले में इस केस में वांछित दो आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने 1 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए बच्चे का अपहरण किया था.

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिवाय गुप्ता किडनैपिंग केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिवाय गुप्ता किडनैपिंग केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.
aajtak.in
  • ग्वालियर ,
  • 16 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST

मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिवाय गुप्ता किडनैपिंग केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुरैना जिले में इस केस में वांछित दो आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि उन्होंने 1 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए 6 साल के बच्चे का स्कूल जाते समय अपहरण किया था. पीड़ित बच्चे को पुलिस ने 14 घंटे के अंदर बरामद कर लिया था.

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पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि शनिवार की रात को आरोपी राहुल गुर्जर (28) और बंटी गुर्जर (35) को कोतवाल बांध के पास एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया है. दोनों मुरैना के रहने वाले है. उन्होंने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने बचाव में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों घायल हो गए और मटवासिया पुलिस थाने की सीमा में जमीन पर गिर गए.

दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है. उन्हें इलाज के लिए मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एसपी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग बांध के पास बैठे हैं और डकैती की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमने उनसे मोटरसाइकिल, एक रिवॉल्वर, एक देशी पिस्तौल और कुछ गोलियां जब्त की हैं. प्रमुख आरोपी राहुल गुर्जर का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है."

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पुलिस के अनुसार, राहुल गुर्जर ट्रक ड्राइवर का काम करता था. पैसे कमाने के लिए छोटे-मोटे सौदे करता था. राहुल का साथी बंटी गुर्जर उसका किरायेदार था. उसके खिलाफ भी कोई मामला दर्ज नहीं है. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे पीड़त बच्चे के पिता राहुल गुप्ता से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगने की योजना बना रहे थे. राहुल ग्वालियर के मुरार में सीपी कॉलोनी में रहने वाले चीनी व्यापारी हैं.

दोनों बदमाशों ने 11 फरवरी को अपहरण की साजिश रची थी. वे अगले दिन वारदात को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन स्कूल बंद होने के कारण ऐसा नहीं कर सके. इसके बाद आरोपी 13 फरवरी को बच्चे का अपहरण करने में सफल रहे. उसे मुरैना शहर के सुभाष नगर में पांच से छह घंटे तक रखा था. लेकिन पुलिस की सख्ती को देखते हुए वो उसे लेकर काजी बसई गांव गए. वहां उसे छोड़कर फरार हो गए.

एसपी ने बताया कि राहुल गुर्जर ने पुलिस को अपहरण में दो और लोगों के शामिल होने की जानकारी दी. उन्हें पकड़ने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है. पुलिस के अनुसार, फरार दोनों आरोपी हिस्ट्रीशीटर हैं. पुलिस को संदेह है कि वे अपहरण के पीछे के मास्टरमाइंड हो सकते हैं. बता दें कि शिवाय गुप्ता अपनी मां आरती गुप्ता  के साथ स्कूल बस के लिए जा रहा था. उसी वक्त दो बदमाशों ने घेर लिया.

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उनमें से एक ने आरती की आंखों में मिर्ची पाउडर झोंक दिया और शिवाय को बाइक पर बिठा कर भाग निकले. देखते ही देखते पूरे शहर में ये खबर में जंगल में आग की तरह फैल गई. सूचना मिलते ही पुलिस पीड़ित के घर पहुंची. उनकी शिकायत के आधार पर बच्चे की तलाश शुरू कर दी गई. शहर की अलग-अलग गलियों में लगे 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए. इसमें दो बदमाशों की पहचान हो गई. 

उनकी पहचान बानमोर और मेहगांव के रहने वाले दो पुराने हिस्ट्रीशीटर के तौर पर हुई. पुलिस ने जब उनके लोकेशन ट्रैक किया, तो पता चला कि दोनों अपने-अपने घर से गायब हैं. इसके बाद पुलिस ने ग्वालियर, भिंड, मुरैना जैसे आस-पास के सभी जिलों में नाकाबंदी करवा दी. आखिरकार 14 घंटे गुजरते-गुजरते पुलिस की ये कोशिश रंग लाई. बच्चे को बदमाश मुरैना के कांजी बसई गांव में छोड़कर भाग गए.

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