
फरीदाबाद पुलिस ने मनोज भाटी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. क्राइम ब्रांच ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि इस मर्डर का मास्टरमाइंड मनोज मांगरिया अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने मनोज के सिर पर दो लाख का इनाम घोषित किया है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही मुख्य आरोपी मनोज मांगरिया गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
पुलिस के मुताबिक हत्या की वजह गुड़गांव के बंदवाडी गांव में कूड़ा डंपिंग का ठेका और जमीनी विवाद था. इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी सूरजकुंड झील के नजदीक एक पहाड़ में बने गुप्त ठिकाने में छुपे हुए थे. चारों आरोपियों में से एक आरोपी सोनू ने हत्याकांड में इस्तेमाल की गई गाड़ी का इंतजाम किया था. वहीं एक अन्य आरोपी ने फरीदाबाद में रहने का इंतजाम किया था. जबकि दो अन्य आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था.
बताते चलें कि बीती 23 दिसंबर को फरीदाबाद के सेक्टर- 31 में उस वक्त मनोज भाटी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह किसी काम से अपनी कार में सवार होकर जा रहा था. सेक्टर- 31 की मुख्य सड़क पर कुछ बदमाशों ने उस पर गोलियां चलाई थीं. हमलावरों ने उसे निशाना बनाकर एक के बाद एक 9 राउंड फायर किए थे.
इससे साफ था कि हमलावरों का मकसद किसी भी हाल में मनोज को खत्म करना था. गोलियों की आवाज से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई थी. इस दौरान कार सवार मनोज भाटी की मौत हो गई थी. उसे 9 गोलियां लगी थीं. हत्या को अंजाम देने वाले बदमाश मौका-ए-वारदात से फरार हो गए थे. तभी पुलिस उनकी तलाश कर रही थी.
जानकारी के मुताबिक मनोज फरीदाबाद के तिगांव विधानसभा क्षेत्र से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका था. पुलिस इस हत्याकांड के मामले में अब दो लाख के इनामी बदमाश मनोज मांगरिया की तलाश है.