
एक टीचर ने 100 से ज्यादा बच्चों को फेसबुक पर मैसेज किया और उनसे न्यूड फोटोज मांगा. ये बच्चे अलग-अलग देशों के थे. टीचर बच्चों से गिफ्ट्स के बदले फोटोज मांगता था. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने टीचर को गिरफ्तार कर लिया. अब कोर्ट में टीचर के दोष साबित हो चुके हैं और उन्हें 20 महीने की सजा सुनाई गई है.
टीचर का नाम निक क्लेटन है. वह ब्रिटेन के होयलेक के रहने वाले हैं. आरोप है कि इराक में ब्रिटिश इंटरनेशनल स्कूल के हेड टीचर के पद पर रहते हुए निक ने सोशल मीडिया साइट्स के जरिए 10 साल तक की उम्र के बच्चों को टारगेट किया.
38 साल के निक ने इस फेसबुक कैंपन को तब जाकर बंद जब उन्हें पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया. मामले पर 21 सिंतबर को सुनवाई के दौरान लिवरपूल क्राउन कोर्ट में बताया गया कि निक ने 131 लड़कों से संपर्क किया था. इनमें ज्यादातर बच्चे दक्षिणी एशिया के थे. निक ने इन लड़कों से साल 2017 में संपर्क किया था.
प्रोस्क्यूटर जोनाथन रोजर्स ने कहा- चैट्स को देखकर ऐसा लगता है कि वह बच्चों से मिलने उनके पास भी जाया करते थे. हालांकि, निक को 4 बच्चों के साथ अभद्रता के मामले में ही आरोपी बनाया गया. इनमें कंबोडिया का एक 12 साल का लड़का, इंडोनेशिया का 13 साल का लड़का, फिलीपींस का 14 साल का लड़का और 16 साल का श्रीलंकाई लड़का शामिल है.
निक बच्चों से गिफ्ट्स के बदले न्यूड फोटोज मांगता था. न्यूड फोटोज मिल जाने के बाद निक पीड़ित बच्चों से चैट डिलीट करने को कहता था. निक ने 16 साल के एक लड़के को ट्रैवल और स्पॉन्सरशिप का भी ऑफर दिया था.
निक ने बाद में फेसबुक से कॉन्टैक्ट किया और दावा किया कि महीनों से उनके अकाउंट से असामान्य गतिविधियां हो रही हैं. बाद में निक ने अपना अकाउंट भी डिलीट कर दिया और दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था.
अक्टूबर 2017 में जब टीचर वापस ब्रिटेन आ रहे थे तो उन्हें एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया था. कोर्ट में निक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया. कोर्ट ने उन्हें 20 महीने की जेल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने कहा है कि निक को पीड़ितों को हर्जाना भी देना चाहिए.