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हिजबुल्लाह के हमले से दहला इजरायल, बच्चों के शव देख विचलित हुए लोग, अमेरिका से लौटेंगे नेतन्याहू

इजरायल के कब्जे वाले गोलान में हुए हमले में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 37 लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं. ये हमला रॉकेट से एक फुटबॉल मैदान में किया गया. इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को इसके लिए ज़िम्मेदार बताते हुए चेतावनी दी है कि वो खामोश नहीं बैठेंगे.

इजरायल के कब्जे वाले गोलान में हुए हमले में 12 लोगों की मौत हो गई. इजरायल के कब्जे वाले गोलान में हुए हमले में 12 लोगों की मौत हो गई.
aajtak.in
  • तेल अवीव,
  • 28 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 9:23 PM IST

गाजा, लेबनान और यमन में एक साथ हमले कर रहा इजरायल रॉकेट अटैक की वजह से दहल उठा है. इस बार हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायल पर जबरदस्त हवाई हमला किया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 40 से अधिक रॉकेट इजरायल की ओर दागे गए. इनमें से एक रॉकेट गोलान हाइट्स के फुटबॉल मैदान में गिर गया. इस हमले में 12 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 37 से अधिक लोग जख्मी बताए जा रहे हैं. 

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सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें कई की हालत गंभीर है. ये हमला शनिवार शाम 6.30 बजे हुआ, उस वक्त गोलान के मजदल शम्स शहर के फुटबॉल मैदान में बच्चे खेल रहे थे. धमाके के साथ ही उनकी चीखें सुनी गईं. 7 अक्टूबर के बाद शुरु हुए संघर्ष के बाद इजरायल में ये सबसे घातक हमला माना जा रहा है. इसके बाद पूरे इजरायल में लोग सकते में हैं. बच्चों के शव की हालत देखकर विचलित हैं. 

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के लिए हिजबुल्लाह को ज़िम्मेदार बताया है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि हिजबुल्लाह को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. उन्होंने कहा, ''इजराइल के नागरिकों, आप की तरह मैं भी हिजबुल्लाह द्वारा किए गए इस जानलेवा हमले के बाद की भयावह तस्वीरें देखकर स्तब्ध हूं. यहां मारे गए लोगों में फुटबॉल खेल रहे छोटे बच्चे और अन्य लोग शामिल हैं.'' 

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प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने आगे कहा, ''इन दृश्यों को देखकर हम सभी का दिल टूट गया है. हम इस मुश्किल घड़ी में उन परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने परिजन खोए हैं. जब से मुझे इस आपदा के बारे में जानकारी मिली है, मैं लगातार सुरक्षा परामर्श कर रहा हूं. मैं बहुत जल्द स्वदेश आने की कोशिश कर रहा हूं. मैं पहुंचते ही सबसे पहले सुरक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाऊंगा. हम इसका माकूल जवाब देंगे.'' 

गोलान के मजदल शम्स शहर में हुए हमले के बाद बच्चों के शवों के साथ ड्रूज समुदाय के लोग...

इस हमले के बाद इजरायल के सैन्य प्रमुख एलटीजी हर्ज़ी हलेवी ने कहा कि हमें पता चल चुका है कि रॉकेट अटैक कहां से किया गया है. यह हिजबुल्लाह की तरफ से किया गया है. उसने हमारे नागरिकों को मारा है. हमारे बच्चों को मारा है. दुनिया भर के एथलीट ओलंपिक में भाग ले रहे हैं. वहीं हिजबुल्लाह इजरायली एथलीटों की अगली पीढ़ी की हत्या कर रहा है. बच्चों की निर्मम हत्या की गई है.

हालांकि इस हमले के आरोप को हिजबुल्लाह ने सिरे खारिज कर दिया है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ड्रूज़ समुदाय के नेताओं से फोन पर बात कर अपनी संवेदना जाहिर की है. गोलान हाइट्स में 40 हज़ार से ज़्यादा ड्रूज़ समुदाय के लोग रहते हैं, जो इस्लाम के मानने वाले हैं. साल 1967 तक गोलान सीरिया का हिस्सा था, लेकिन 1981 में इजरायल ने अपने कब्ज़े में ले लिया.

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हिजबुल्लाह के जबरदस्त हवाई हमले के बाद फुटबॉल मैदान की तस्वीर...

बताते चलें कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस वक्त अमेरिका के दौरे पर हैं. अपनी यात्रा के पांचवें दिन वो पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने उनके फ्लोरिडा के आवास पर पहुंचे. वहां रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके साथ ही दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई, जिसमें गाजा में चल रहे जंग पर बात हुई.

करीब लगभग चार वर्षों में दोनों नेताओं की ये पहली बैठक थी. नेतन्याहू ने चार साल पहले उस समय ट्रंप को नाराज कर दिया था, जब उन्होंने 2020 के चुनाव में जीत के लिए बाइडेन को बधाई दी थी. शुक्रवार की बैठक को दोनों नेताओं की ओर से संबंध सुधारने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. ट्रंप से मिलने से पहले इजरायली प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात की थी.

इस मुलाकात में गाजा में युद्धविराम के लिए अमेरिका की ओर से दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इजरायली प्रधानमंत्री उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मिले. हालांकि हैरिस से नेतन्याहू की मुलाकात कड़वाहट भरी रही. क्योंकि उन्होंने गाजा में तबाही के लिए नेतन्याहू को आड़े हाथों लिया. नेतन्याहू की ये अमेरिका यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब गाजा जंग में 39 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं.

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