Advertisement

तीन राज्यों से लिंक... यूपी ATS के लिए पहेली बना AMU के पूर्व छात्रों का वॉट्सऐप ग्रुप

यूपी एटीएस ने ISIS के पुणे मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पूछताछ में 'स्टूडेंट अलीगढ़ मुस्लिम मुस्लिम यूनिवर्सिटी' यानी SAMU के नाम से बने ग्रुप के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.

झारखंड से गिरफ्तार संदिग्धों की तस्वीर झारखंड से गिरफ्तार संदिग्धों की तस्वीर
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 09 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:27 PM IST

अलीगढ़ से गिरफ्तार किए गए ISIS के पुणे मॉड्यूल के संदिग्ध अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को यूपी ATS ने छह दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. UP ATS की पूछताछ में 'स्टूडेंट अलीगढ़ मुस्लिम मुस्लिम यूनिवर्सिटी' यानी SAMU के नाम से बने ग्रुप के बारे में जानकारी जुटाना बेहद अहम है.

केमिकल अटैक की कोशिश में जुटा ISIS का पुणे मॉड्यूल बेहद खतरनाक मंसूबों के साथ काम कर रहा था. इस पुणे मॉड्यूल में पेट्रो केमिकल इंजीनियर से लेकर PHD कर चुके नौजवान तक स्वयं कट्टरपंथ की तरफ जा रहे थे और ISIS की शपथ ले चुके थे.

Advertisement

बीते महीने दिल्ली स्पेशल सेल के द्वारा गिरफ्तार किए गए शाहनवाज और रिजवान भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन SAMU से जुड़े थे. मिली जानकारी के अनुसार शाहनवाज के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के दुर्ग से गिरफ्तार पर वजीऊद्दीन भी SAMU ग्रुप का सदस्य था.

6 दिन की पुलिस रिमांड पर लिए गए अब्दुला अरसलान और माज बिन तारिक से मिले मोबाइल फोन से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ऐसे छात्रों का ये वॉट्सऐप ग्रुप डिलीट मिला है.

एटीएस अब इनसे बरामद मोबाइल का डाटा रिट्रीव करने की कोशिश कर रही है. सूत्रों के अनुसार इस ग्रुप में करीब 23 लड़के जुड़े थे जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके थे और अब आईएसआईएस से प्रभावित होकर किसी बड़ी वरदात को अंजाम देने का मंसूबा पाल रहे थे.

बताया जा रहा है की हूजी की तर्ज पर आईएसआईएस के इस पुणे मॉड्यूल में भी ग्रेजुएट से लेकर कंप्यूटर के जानकार, पेट्रोकेमिकल इंजीनियर और पीएचडी कर चुके पढ़े-लिखे नौजवान तक शामिल थे.

Advertisement

बता दें कि आतंकी संगठन हूजी ने भी ऐसे ही पढ़े-लिखे नौजवानों को बरगलाकर लंबे वक्त तक उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया था.

UP-ATS के एडीजी मोहित अग्रवाल की मानें तो दिल्ली स्पेशल सेल के द्वारा गिरफ्तार किए गए  शाहनवाज और रिजवान की गिरफ्तारी के बाद ही Students of Aligarh Muslim University SAMU group के सभी मेंबर्स ने ग्रुप के साथ साथ मोबाइल डाटा भी डिलीट कर दिया था. एटीएस अब इनके डाटा को रिट्रीव करने की कोशिश कर रही है.

यूपी एटीएस ने ही अलीगढ़ से अब्दुल्ला अर्सलन को गिरफ्तार किया था. फिर एएमयू के एक अन्य छात्र और सेल्फ रेडिकलाइज्ड हो चुके वजीउद्दीन को गिरफ्तार किया था. शाहनवाज की तरह बजीउद्दीन भी ISIS के हैंडलर्स के सीधे संपर्क में था.

हैंडलर के इशारे पर ही ये दोनों एक बड़े केमिकल अटैक की प्लानिंग कर रहे थे. SAMU ग्रुप के बाकी सदस्य इनकी प्लानिंग के अनुसार काम करते थे, सेल्फ रेडिकलाइज्ड होकर उनके बताए टास्क पर काम करते थे.

फिलहाल यूपी एटीएस ने जहां एक तरफ अलीगढ़ से गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है. वहीं दुर्ग से गिरफ्तार वजीऊद्दीन को भी यूपी एटीएस जल्द पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. इन तीनों संदिग्धों से पूछताछ के बाद यूपी में पुणे मॉड्यूल से जुड़ी कई अन्य लोगों की भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement