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गुजरात में सीरियल ब्लास्ट, RSS-VHP पर अटैक... जानिए ISIS ने कैसे रची हिंदुस्तान को दहलाने की साजिश

एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस आतंकी शाहनवाज आलम ने कई बड़े सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उसने बताया है कि मुंबई और गुजरात पुणे-महाराष्ट्र मॉड्यूल के आतंकियों के निशाने पर थे. वहां सीरियल ब्लास्ट कराने की साजिश रची जा रही थी. इतना ही नहीं आरएसएस, बीजेपी और वीएचपी पर हमले की साजिश रची गई थी.

आईएसआईएस आतंकी शाहनवाज आलम ने कई बड़े सनसनीखेज खुलासे किए हैं. आईएसआईएस आतंकी शाहनवाज आलम ने कई बड़े सनसनीखेज खुलासे किए हैं.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:06 PM IST

दिल्ली पुलिस और एनआईए के सामने 5 लाख के इनामी मोस्ट वांटेड आतंकी शाहनवाज आलम ने कई बड़े सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उसे दिल्ली से एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया है. पुलिस और जांच एजेंसियों के सामने उसने कुबूल किया है कि पुणे-महाराष्ट्र मॉड्यूल के निशाने पर आरएसएस, वीएचपी और बीजेपी के नेता थे. इतना ही नहीं गुजरात और मुंबई में सीरियल ब्लास्ट कराने की साजिश रची गई थी. गुजरात के गांधी नगर, अहमदाबाद, बड़ोदरा, सूरत और गोधरा दंगे का बदला लेने के लिए आईएसआईएस पूरे गुजरात को बम धमाकों से दहलाना चाहती थी. इस मॉड्यूल के कई आतंकवादी अभी फरार बताए जा रहे हैं. उनकी तलाश की जा रही है.

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आईएस आतंकी शाहनवाज आलम ने पूछताछ में बताया है कि गुजरात में बीजेपी मुख्यालय, आरएसएस मुख्यालय, वीएचपी मुख्यालय, हाईकोर्ट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, कई यूनिवर्सिटी, मंदिर, यहूदी उपासना स्थल, रेलव स्टेशन और भीड़भाड़ वाले मार्केट आतंकवादियों के निशाने पर थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य में रहने वाले कई बड़े नेताओं और वीआईपी हस्तियों पर आतंकी हमले की योजना बनाई गई थी. इसके लिए बकायदा रेकी भी की गई थी. आतंकियों ने इन जगहों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करके विदेश में बैठे अपने हैंडलर को भेजा था. गुजरात में विभिन्न जगहों पर रेकी करने के लिए आतंकियों ने किराए की बाइक का इस्तेमाल किया था.

आईएसआईएस के नाम पर खेल कर रही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी

आतंकी शाहनवाज आलम ने ये कबूल किया है कि आईएसआईएस के हैंडलर अबु सुलेमान के कहने पर गुजरात को दहलाने की साजिश रची गई थी. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक ये खुलासा हुआ है कि आईएस के नाम पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ये खेल कर रही थी. लेकिन इससे पहले की वो अपने नापाक मंसूबों में सफल हो पाती, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने उसके साजिश का पर्दाफाश करते हुए पुणे-महाराष्ट्र मॉड्यूल के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले भी इस आतंकी मॉड्यूल के एक दर्जन से अधिक आतंकवादी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. एनआईए की टीम पिछले एक साल इस मॉड्यूल को ध्वस्त करने में लगी हुई है.

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इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके आतंकी ने किया साजिश का खुलासा

सूत्रों के मुताबिक, आतंकी शाहनवाज आलम महाराष्ट्र के नागपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुका है. उसके मोबाइल से पता चला है कि वो घर में ही आईडी बना रहा था. एनआईए को इससे संबंधित कई तस्वीरें उसके मोबाइल में मिली हैं. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि आतंकी शाम के समय वडोदरा गए और रेलवे स्टेशन के पास एक हॉस्टल में कमरा ले लिया. अगले दिन उन्होंने किराए की स्कूटी ली और जिला कोर्ट, सिविल कोर्ट, रेलवे स्टेशन की रेकी की थी. यहां पर भी सभी जगहों की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी. उसी शाम आतंकियों ने स्कूटी वापस की और ट्रेन से सूरत चले गए. एक बार फिर से सूरत में भी उन्होंने किराए पर एक स्कूटी ली. 

यह भी पढ़ें: ड्रोन से हमला, IED ब्लास्ट से तबाही की तैयारी, ISIS की खौफनाक साजिश का NIA ने किया खुलासा

गुजरात में अहम जगहों की रेकी कर अबू सुलेमान को भेजी पीपीटी

वे सूरत रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में रुके थे. अगली सुबह, उन्होंने सूरत शहर की रेकी करना शुरू कर दिया. शहर में घूमते समय उन्होंने गलती से यहूदी केंद्र देखा और इस स्थान की तस्वीरें खींची और वीडियोग्राफी की. इसके बाद आतंकियों ने सूरत के हीरा बाजार और जिला अदालत का दौरा किया. मंदिर इलाके में इस्कॉन मंदिर के पास 7-8 मंदिरों को भी टारगेट के तौर पर चिन्हित किया. इन इलाकों की भी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई. उसी शाम तक वे ट्रेन से मुंबई लौट आए और वहां से पुणे वापस आ गए. सबसे हैरानी की बात यह है कि अगले रोज इन लोगों ने सभी दौरा किए गए इलाकों की पीडीएफ और एक पीपीटी बनाई और अपने आका अबू सुलेमान को भेज दी.

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कई बातों के साफ होने से पहले खत्म नहीं होगी दहशत की आशंका

आतंकी शाहनवाज आलम ने बताया कि आईएसआईएस के दहशतगर्द ट्रेन से अहमदाबाद पहुंचे दो दिनों तक रुके. पहले दिन रेलवे स्टेशन, सिनेमा हॉल, यूनिवर्सिटी, वीआईपी रास्तों और नेताओँ के रास्तों, पैदल यात्री पुल और भीड़ भरे बाजार का जायजा लिया. इसके बाद इन आतंकियों ने अगले रोज बोहरा समुदाय की मस्जिद और दरगाह, अहमदाबाद में मजार और दरगाह, साबरमती आश्रम जैसी जगहों तक जाकर रे किया. पुलिस और जांच एजेंसियों ने इस आतंकी को दबोचने और उसके सीने में दफन तमाम राज तो उगलवा लिए हैं, लेकिन अब भी कई ऐसी बातें हैं जिनके साफ होने से पहले तक दहशत की आशंका खत्म नहीं होगी. इसके लिए ये भी जरूरी है कि फरार आतंकी जल्द से जल्द पकड़े जाएं.

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