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इजरायल और हमास अपनी इन शर्तों पर अड़े, गाजा में सीजफायर की उम्मीद खत्म!

पिछले 5 महीनों से इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. इजरायली सेना गाजा पट्टी में चुन-चुनकर हमास के ठिकानों को तबाह कर रही है. इसकी वजह से गाजा के कई इलाके भूख से बेहाल हैं. इसी बीच लेबनान की तरफ से एक बार फिर इजरायल में रॉकेट दागे गए, जिसे आईडीएफ ने मार गिराया.

पिछले 5 महीनों से इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. पिछले 5 महीनों से इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 9:48 PM IST

गाजा में युद्धविराम की कोशिशों के बीच इजरायली सेना गाजा पट्टी में हमास और लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को तबाह करने करने में जुटी है. बुधवार को आईडीएफ के जवानों ने गाजा पट्टी में जबरदस्त हवाई हमले किए. इससे हमास के कई ठिकाने तबाह हो गए. गाजा के बाद इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने को निशाना बनाया. इस हमले में हिजबुल्लाह के कई सैन्य ठिकाने तबाह हो गए. 

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इजरायली हमलों के जवाब में लेबनान की तरफ से भी रॉकेट दागे गए. कई रॉकेट लेबनान से सटे उत्तरी इजरायल में गिरे तो कई को इजरायली सेना ने तबाह कर दिया. इन हमलों के बीच गाजा में अकाल जैसे हालात हैं. खाने की कमी से बेहाल गाजा में तेजी से विदेशी मदद भी पहुंचाई जा रही है. इससे गाजा के लोगों को समय पर राहत सामग्री मिल सके. बुधवार को फ्रांस की तरफ से पैराशूट के जरिए गाजा में राहत सामग्री एयर ड्रॉप की गई.

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा में भोजन और पानी न मिलने से 15 बच्चों की मौत हो गई. सबसे सुरक्षित इलाका राफा भी इन दिनों भुखमरी की कगार पर है. यहां भी लोग खाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. किसी को सिर्फ रोटी नसीब हो रही है तो किसी को सिर्फ दाल. लोगों की सबसे बड़ी चिंता ये है कि अगर ये युद्ध जारी रहा तो वो भूखे मर जाएंगे. लोगों का कहना है कि ये खाने, पीने और भूख के खिलाफ जंग लड़ी जा रही है.

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जंग की वजह से गाजा के लोग बदहाल हैं. लोग अब गोली नहीं भोजन की कमी से दम तोड़ रहे हैं. 7 अक्टूबर से चल रही इस जंग में अब तक 31 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. हजारों की संख्या में लोग घायल हैं. लेकिन जंग के खत्म होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. हालांकि, आने वाले रमजान से पहले युद्धविराम लगाए जाने की कवायद तेज हो गई है. हमास ने 6 हफ्तों के सीजफायर के बजाय पूर्ण युद्धविराम की मांग उठाई है.

मिस्र की राजधानी काहिर में हुई अरब लीग की बैठक में गाजा में सीजफायर का मुद्दा उठाया गया. इस बैठक में इजरायल से गाजा पर तुरंत हमला रोकने और गाजा में और ज्यादा मानवीय मदद भेजने की अपील की गई. अमेरिका, कतर और मिस्र ने एक समझौते के तहत हमास से 6 सप्ताह के संघर्ष विराम के बदले 40 बंधकों को रिहा करने की मांग रखी औऱ बदले में इजरायल से कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने और मदद भेजने का प्रस्ताव पेश किया. 

यह भी पढ़ें: इजरायली सेना का भीषण हमला जारी, गाजा में अस्पताल के बाहर लाशों का ढेर, भूख से तड़प रहे लाखों लोग

हमास के लीडर ओसामा हमदान ने गाजा में 6 सप्ताह के विराम को ठुकरा कर स्थायी संघर्ष विराम और इजरायली बलों की "पूर्ण वापसी" की मांग कर दी. इससे मिस्र और कतर में हुई बैठक बेनतीजा रही. वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सार्वजनिक रूप से हमास के पूर्ण युद्धविराम की मांग को खारिज कर दिया. इसके साथ ही हमास को पूरी तरह से खत्म करने और सभी बंधकों के रिहा होने तक युद्ध को जारी रखने का बयान जारी किया. 

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दरअसल, अगले सप्ताह से शुरु होने वाले रमजान से पहले गाजा में युद्धविराम लगाने की कोशिश की जारी है. इसी कड़ी में लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने भी एक टीवी इंटरव्यू के दौरान लेबनान और इजरायल सीमा पर चले युद्ध को खत्म करने और गाजा में जल्द युद्धविराम लगाने की अपील की है. तुर्किए की राजधानी अंकारा में लोगों पर इज़रायली क्रूरता और नरसंहार को रोकने की फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने अपील की है.

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