
तबाही के मिशन पर निकला गाजा के खान यूनिस में सड़क से गुजरता इजरायली टैंक अचानक ही एक घर में छिपे हमास के आतंकी के रॉकेट का शिकार बन गया. 7 अक्टूबर से जारी जंग में भले हमास बैकफुट पर है, पर वो हार मानने को भी तैयार नहीं. उसके मंसूबों को दिखाती दूसरी घटना इजरायल के तेल अवीव की है, जहां एक के बाद एक कई रॉकेट दागे गए. इसके बाद यहां लोगों को अलर्ट करने के लिए सायरन बजाना पड़ा. हालांकि इजरायली सेना ने हमास के कई रॉकेटों को हवा में ही नष्ट करने का दावा किया है.
हमास के हौसलों से साफ है कि वो गाजा में जान-माल के भारी नुकसान के बावजूद लड़ाई जारी रखेगा. दूसरी तरफ इजरायली सेना ने भी खान यूनिस में हमास पर हमले की लाइव तस्वीरें जारी की हैं. इन तस्वीरों के साथ उसने हमास के कई आतंकियों को मार गिराने और बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचाने का दावा किया है. गाजा के साथ-साथ इजरायल की सेना लेबनान में हिजबुल्ला के गढ़ को भी लगातार निशाना बना रही है. इजरायल की सेना हर मोर्च पर जंग लड़ रही है. वो किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटना चाहती है.
गाजा के वेस्ट बैंक के एक अस्पताल में भेष बदलकर इजरायली सैनिकों ने छापेमारी की है. वहां वो मरीजों और डॉक्टरों की ड्रेस पहनकर घुसे थे. इस छापेमारी के दौरान इजरायली सैनिकों ने हमास के एक आंतकी समेत तीन लोगों को मार गिराया. आर-पार की इस जंग से साफ है कि ये लड़ाई फिलहाल खत्म होने वाली नहीं है. क्योंकि इस जंग का दायरा बढ़ता जा रहा है. युद्ध के कारण गाजा में अबतक साढ़े 26 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. लाखों लोग गंभीर रूप से घायल हैं. उन्हें अस्पतालों में ईलाज नहीं मिल पा रहा है.
विरोध के बावजूद इजरायल का शक्ति प्रदर्शन जारी
हमास और इजरायल के बीच संघर्ष को 4 महीने हो गए हैं, लेकिन गाजा पर हमले लगातार जारी हैं. इस वक्त हालात बेहद नाज़ुक बने हुए हैं. इजरायली सेना ने गाजा के दीर अल बलाबह में दो रिहायशी इमारतों को निशाना बनाया है. इसमें 17 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी घायलों को अल-अक्सा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि, वहां इलाज के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं है. गाजा में मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. लाखों लोग बेघर हो गए हैं. दाने-दाने को मोहताज हैं.
अमेरिका समेत कई देशों ने मानवीय मदद भी बंद भी कर दिए हैं. इसको लेकर यूएन और खुद फिलिस्तीन के पीएम ऐसा ना करने की अपील कर रहे हैं. दूसरी तरफ गाज़ा पट्टी और वेस्ट बैंक में यहूदी बस्ती बसाने की भी मांग होने लगी है. इसको लेकर यरूशलम में एक विशाल सम्मेलन किया गया. इसका विषय रखा गया सैटेलमेंट सुरक्षा और जीत लाता है. इस सम्मेलन में हजारों लोग शामिल हुए जिसमें राजनेता, कार्यकर्ता समेत कई लोग शामिल हुए. इसमें गाजा और वेस्ट बैंक में यहूदी बस्ती बसाने पर ज़ोर दिया गया है.
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इजरायल हमले से गाजा में हालात बेहद नाजुक
गाजा में इजरायल हमले के बाद से हालात बेहद नाजुक बने हुए हैं. रफा और गाजा के दूसरे हिस्सों में शरण लिए हुए फिलिस्तनियों को मिलने वाली मानवीय मदद में भारी कटौती की जा रही है. ब्रिटेन, इटली, नीदरलैंड और फिनलैंड जैसे कई देशों ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी को फंडिंग बंद कर दी है. आरोप लगाया कि इसके कुछ कर्मचारी हमास से मिले हुए हैं. इसको लेकर फिलिस्तनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने इसे इंसानियत और मानवियता के खिलाफ निर्णय बताया है. इसे तुरंत शुरू करने की मांग की है.
गाजा में मरने वालों का आंकड़ा 26 हजार के पार पहुंच गया है. इसको लेकर दुनियाभर में प्रदर्शन का दौर भी जारी है. इजरायल के तेल अवीव में सैकड़ो की संख्या में बंधकों की रिहाई के लिए सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा ज़ाहिर करते नज़र आ रहे हैं. स्पेन के मैड्रिड में हज़ारों की संख्या में लोगों ने पैदल मार्च निकाला और फौरन युद्धविराम की मांग की है. इस दौरान लोगों ने फ्री फिलिस्तीन के नारे लगाए हैं. इटली के मिलान में भी फिलिस्तीन के समर्थन में लोगों ने पैदल मार्च निकाला. वहां पुलिस के साथ झड़प भी देखी गई.