
इजरायल और ईरान के बीच होने वाली संभावित जंग के बीच आईडीएफ गाजा में लगातार अपने ऑपरेशन कर रही है. इजरायली डिफेंस फोर्सेस की जमीनी और हवाई सेना जबरदस्त हमले कर रही है. इसी दौरान सोमवार को इजरायली सेना ने हानिया के बाद हमास के एक मजबूत स्तंभ अबेद अल-जेरी को मार गिराया. अबेद गाजा में आम लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचने में सबसे बड़ा रोड़ा था.
आईडीएफ ने अपने एक बयान में कहा है, ''हमने हमास के एक बड़े आतंकवादी अबेद को मार गिराया है, जो कि गाजा के नागरिकों तक मानवीय सहायता पहुंचने से रोकने का काम करता था. वो हमास की मिलिट्री विंग के मैन्युफैक्चरिंग डिपार्टमेंट में काम करता था और अर्थव्यवस्था मंत्री भी था. इतना ही नहीं वो हमास द्वारा नियंत्रित बाजारों के प्रबंधन और सामानों के सप्लाई का काम भी करता था.
रविवार को इजरायली सेना ने फिर से दो स्कूलों को निशाना बनाया है. इन हमलों में 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. ये हमला इतना ज़बरदस्त था कि स्कूल मलबे में तब्दील हो गए हैं. बचावकर्मियों ने 25 शवों को स्कूल से बाहर निकाला है, जबकि घायलों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया. इन स्कूलों विस्थापित फिलिस्तीनी रह रहे थे.
इजरायली सेना ने भी कुबूल किया कि उसने गाजा शहर के दो स्कूलों में मौजूद सैन्य परिसर पर हमला किया है. शनिवार को भी इजरायल ने उत्तरी गजा के शेख राडवान में हमामा स्कूल पर हमला किया था, जिसमें 16 लोग मारे गए थे, जबकि 21 लोग घायल हुए थे. यही नहीं रविवार को तड़के ही इजरायल ने दीर अल-बलाह मे टेंट शिविर को निशाना बनाया था, जिसमें चार की मौत हुई थी.
उधर, गाजा में संघर्ष विराम की कोशिशों को झटका लगने के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान और उसके सहयोगियो को कड़ी चेतावनी दी है. यरूशलम में कैबिनेट की मीटिंग के दौरान नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि यदि इजरायल को किसी ने नुकसान पहुंचाने कोशिश की तो उसे 'बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. वो किसी भी देश के आगे असहाय नहीं हैं.
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान 7 मोर्चों पर इजरायल को घेरना चाहता है. उन्होंने कहा, "ईरान और उसके समर्थक हमें सात मोर्चों पर आतंक के घेरे में घेरना चाहते हैं. उनकी दिखाई देने वाली आक्रामकता अतृप्त है, लेकिन इजराइल असहाय नहीं है. हम हर मोर्चे पर, हर क्षेत्र में, दूर-दूर तक उनके खिलाफ खड़े होने के लिए दृढ़ हैं. जो भी हमारे नागरिकों की हत्या करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा.''
वहीं रविवार को व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इज़रायल का साथ देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि ईरान की धमकी के बाद वो तैयार हैं. बीते बुधवार को हमास लीडर इस्माइल हानिया की ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई, जिसका आरोप इजरायल पर लगा है. इसके बाद अगले ही दिन लेबनान की राजधानी बेरूत में सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की भी हत्या कर दी गई.