Advertisement

जम्मू: फर्जी डिग्री बेचने के आरोप में शख्स गिरफ्तार, मिले 100 से ज्यादा दस्तावेज

जम्मू के आरएसपुरा थाने में स्थानीय युवक ने फर्जी डिग्री के मामले में केस दर्ज करवाया था. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी 25,000 रुपये प्रति डिप्लोमा और मार्कशीट लेता है. और 45,000 रुपये प्रति डिग्री लेता है.

सांकेतिक तस्वीर. सांकेतिक तस्वीर.
aajtak.in
  • जम्मू,
  • 27 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 9:54 AM IST
  • फर्जी डिग्री-डिप्लोमा बेचने के आरोप में शख्स गिरफ्तार
  • आरोपी रवि कुमार के पास से मिले 100 फर्जी दस्तावेज

दूसरे राज्यों के विश्वविद्यालयों और शिक्षा बोर्ड की फर्जी डिग्री, डिप्लोमा व अन्य दस्तावेज बेचने वाले एक शख्स को जम्मू पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि कोटली गाला निवासी रवि कुमार को जम्मू के आरएस पुरा इलाके से पकड़ा गया है. आरोपी के पास से 100 फर्जी दस्तावेज भी मिले.

उन्होंने बताया कि नई बस्ती के रहने वाले सनी ने रवि कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी रवि इन फेक डिग्री और डिप्लोमा के बदले मोटी रकम लोगों से वसूलता था. आरोपी 25,000 रुपये प्रति डिप्लोमा और मार्कशीट और 45,000 रुपये प्रति डिग्री लेता था.

Advertisement

यूपी, कर्नाटक समेत कई राज्यों से जुड़े तार
फर्जी डिग्री और मार्कशीट तैयार करते समय महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिक्षा बोर्ड, कर्नाटक विश्वविद्यालय, सीएसजेएम विश्वविद्यालय कानपुर जैसे संस्थानों के नामों का उपयोग किया जा रहा था. वहीं, पुलिस के अनुसार यह मुमकिन नहीं लग रहा कि इस फर्जीवाड़े को कोई अकेले ही अंजाम दे रहा था. इसमें रैकेट की प्रबल आशंका है, जिसका पता लगाया जा रहा है.

राजस्थान में फर्जी डिग्री, डिप्लोमा देने वाले गिरोह का भंडाफोड़
इससे पहले, राजस्थान की अलवर जिला पुलिस ने विभिन्न निजी विश्वविद्यालयों की डिग्री, डिप्लोमा घर बैठे उपलब्ध करवाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया था. पुलिस ने बताया कि उसने इस संबंध में बिहार के 3 लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार लोगों में सुधीर कुमार यादव (35), सुजीत कुमार मिश्रा (23) और सचिन कुमार सिंह (31) शामिल हैं. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार जालसाजों से पूछताछ में सामने आया कि वो निजी विश्वविद्यालयों से सम्बन्ध स्थापित करके प्रवेश से लेकर परिणाम तक की सारी व्यवस्थाएं खुद ही करते हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें:

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement