
झारखंड के हज़ारीबाग में पांच मासूम एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए. जहां एक तालाब में डूब जाने से पांच बच्चों की मौत हो गई. मरने वाले बच्चों में तीन लड़के और दो लड़कियां शामिल हैं. ये सभी बच्चे गरीब परिवारों से हैं. सभी की उम्र 10 से 12 साल बताई जा रही है.
घटना हजारीबाग के गदोखर स्थित बली बांध की है. तीन लड़के और दो लड़कियां नहाने के लिए वहां मौजूद तालाब में गए थे. सभी बच्चे खेलते खेलते नहाने के लिए पानी में उतरे गए. लेकिन उन्हें अंदाजा नहीं था कि पानी आगे बहुत गहरा है. वे पानी कम समझकर आगे बढ़ते गए और पानी में डूब गए.
कुछ महिलाएं तालाब पर कपड़े धो रही थीं. उन्होंने बच्चों को डूबता हुआ देखकर शोर मचाया. मौके पर पहुंचे कुछ लोग महिलाओं से साड़ी लेकर पानी में उतरे और बच्चों को बचाने की कोशिश. लेकिन जब उन सभी को बाहर निकाला गया. इसके बाद लोग उन्हें लेकर नजदीकी स्वास्थ केंद्र पहुंचे. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. सभी बच्चों की जान जा चुकी थी.
हादसे का शिकार होने वाले बच्चों में काजल कुमारी (12 वर्ष) गोलू कुमार (12) निविता कुमारी (13) दुर्गा कुमारी (12) और रिया कुमारी (12 वर्ष) शामिल है. इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है. बच्चों के घरवालों का रो रोकर बुरा हाल है.
बीकानेर में भी हादसे का शिकार हुए थे 5 बच्चे
आपको बता दें कि रविवार की दोपहर राजस्थान में बीकानेर के हिम्मतासर गांव में 5 बच्चे अनाज की टंकी में मृत पाए गए थे. सभी बच्चों की उम्र 8 साल से कम है. दरअसल, बच्चे लुका-छिपी खेल रहे थे. इसी दौरान छिपने के लिए वे घर में रखी अनाज की टंकी में घुस गए. तभी उस टंकी का ढक्कन अचानक बंद हो गया और दम घुटने से सभी बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई थी. 4 बच्चों की मां ने जब दोपहर में आकर बच्चों को खोजना शुरू किया तो वे नहीं मिले.
तभी अचानक मां की नजर अनाज की खाली टंकी पर पड़ी. जिसका ढक्कन बंद था. जब उसने ढक्कन खोला तो अंदर का मंजर देखकर वो मां बेसुध हो गई. वो जोर-जोर से रोने लगी. आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को बाहर निकाला. लेकिन तब तक सभी दम तोड़ चुके थे. मरने वाले बच्चों में किसान भीयाराम का बेटा सेवाराम (4 साल), बेटियां रविना (7 साल), राधा (5 साल) और टींकू उर्फ पूनम (8 साल) शामिल थे. जबकि पांचवी बच्ची भीयाराम की भांजी माली पुत्री मघाराम थी.