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झारखंडः मूक बधिर युवती के साथ हैवानियत, 35 हजार में मामले को दबाने की कोशिश

करमा गांव में रहने वाली मूक बधिर लड़की पर उसका पड़ोसी बुरी नजर रखता था. इसी के चलते रविवार को आरोपी ने युवती को अपने घर बुलाया और फिर उसके साथ बलात्कार किया. पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है.

पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया
सत्यजीत कुमार/राजेश वर्मा
  • रामगढ़,
  • 19 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 6:09 AM IST
  • आरोपी ने अकेली पीड़िता को बुलाया था अपने घर
  • रविवार को दिया था रेप की वारदात को अंजाम
  • गांव के कुछ लोग 35 हजार में कराना चाहते थे समझौता

झारखंड के रामगढ़ जिले में बलात्कार का एक शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां एक वहशी दरिंदे ने अपने पड़ोस में रहने वाली दिव्यांग युवती के साथ रेप किया. मामला सामने आने पर गांव के कुछ लोगों ने लड़की की इज्जत की कीमत 35 हज़ार रुपये लगाई और इस संगीन मामले को रफा-दफा करने की पुरजोर कोशिश की. लेकिन पीड़िता की मां ने कानून का सहारा लिया और पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. 

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ये शर्मनाक मामला रामगढ़ जिले के कुज्जु ओपी क्षेत्र का है. जहां करमा गांव में रहने वाली मूक बधिर लड़की पर उसका पड़ोसी बुरी नजर रखता था. इसी के चलते रविवार को आरोपी ने युवती को अपने घर बुलाया और फिर उसके साथ बलात्कार किया. पीड़िता के भाई ने पुलिस को बताया कि वे लोग किसी काम से बाहर गए हुए थे. घर में उसकी बहन अकेली थी. इसी दौरान पड़ोसी उनकी बहन को अपने घर ले गया और वहां उसके संग रेप किया. 

हद तो तब हो गई, जब पीड़िता का साथ देने की बजाय गांव के कुछ लोग पीड़ित परिवार पर ही समझौता करने का दबाव बनाने लगे और 35 हजार रुपये देने की पेशकश भी कर दी. हालांकि कुज्जु ओपी के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुंतिया ने बताया कि ये बात उनकी जानकारी में नहीं है. उन्होंने बताया कि युवती की मां ने इस मामले को लेकर तहरीर दी थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. साथ ही युवती का मेडिकल भी कराया गया है.

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युवती को न्याय दिलाने के लिए एक गैर सरकारी संगठन के लोग आगे आए और उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद की. इसलिए यह मामला दब नहीं पाया. हालांकि गांव के कुछ लोग इस मामले में एफआईआर दर्ज होने तक पीड़िता परिवार पर समझौते का दबाव बनाते रहे. 

 

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