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यूपी के कानपुर में बाबा बिरयानी के शहर भर में फैले 8 आउटलेट पर छापेमारी की गई. इस दौरान बाबा बिरयानी के कई आउटलेट को सील कर दिया गया. कई में सैंपलिंग की गई. स्वरूप नगर में FSSAI की टीम बाबा बिरयानी के आलीशान आउटलेट का कच्चा सामान निकलवाकर सील कर रही थी, उसी दौरान वहां आउटलेट की बिल्डिंग की मालकिन 58 वर्षीय जीनत आ गईं.
जीनत ने मुख्तार की दबंगई को लेकर कहा कि मुख्तार बाबा ने अपना बाबा बिरयानी रेस्ट्रोरेंट खोलने के लिए पहले मुझसे किराए पर दुकान ली थी, लेकिन इसके बाद वह बेटे को मरवाने की धमकी देकर पूरी मार्केट अपने नाम लिखवाने का दबाव बना रहा था. कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. जीनत ने कहा कि आज उसका आउटलेट सील हो रहा है. योगी सरकार अच्छा काम कर रही है. योगी की सरकार में अगर न्याय नहीं मिलेगा तो कभी नहीं मिलेगा.
कानपुर में बाबा बिरयानी के नवीन मार्केट, स्वरूप नगर, जाजमऊ, बेकनगंज, मोती रेव, मछरिया समेत कुल आठ आउटलेट पर छापा मारा गया. सन 1982 में मुख्तार बाबा की सिर्फ बेकनगंज में बाबा लस्सी बिकती थी. इसके बाद वहीं बाबा बिरयानी और बाबा स्वीट्स की दुकान खोली. आरोप है कि पहला बाबा बिरयानी का आउटलेट राम जानकी मंदिर की दुकानों पर कब्जा करके खोला गया. इसके बाद मुख्तार ने शहर के हर बड़े इलाके में बाबा बिरयानी के आउटलेट खोल दिए. लखनऊ और प्रयागराज में भी रेस्ट्रोरेंट खोले हैं.
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कानपुर में मुख्तार ने किस तरह अपनी जायजाद को बढ़ाया, इसकी बानगी खुद जीनत ने खोल दी. पुलिस हमेशा मुख्तार बाबा की हमदर्द बनती रही. कानपुर बवाल में 15 दिनों में 59 गिरफ्तारियां हो गईं. मीडिया में राम जानकी मंदिर पर मुख्तार द्वारा कब्जे की खबरें आने लगीं, तब पुलिस ने 60वीं गिरफ्तारी मुख्तार बाबा की कर ली. आज उसके आउटलेट पर छापेमारी की गई. जिलाधिकारी का कहना है कि शहर में कई दुकानों के सैंपल लिए गए थे, उनमें जिनके फेल हुए, उनको सील किया गया है. बाकी के सैंपल आगरा जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.