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केरल पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने एक दलित लड़की के यौन शोषण के सनसनीखेज मामले की जांच करते हुए अब तक 42 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता को पांच साल के अंदर 64 लोगों ने अपनी हवस का शिकार बनाया था. इस मामले में कुल 29 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें से दो गिरफ्तारियां पंडालम पुलिस ने की हैं, जिसने दो नई एफआईआर दर्ज की हैं.
सोमवार को एलावुमथिट्टा पुलिस ने आठ और पथनमथिट्टा पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक 42 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. आरोपियों में से एक विदेश में है. इस घटना की व्यापक जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
जिला पुलिस प्रमुख वी जी विनोद कुमार की देखरेख में पठानमथिट्टा डीवाईएसपी पी एस नंदकुमार एसआईटी का नेतृत्व कर रहे हैं. पुलिस जांच में पता चला कि कई आरोपियों ने पीड़ित लड़की से पथानामथिट्टा के निजी बस स्टैंड पर मुलाकात की थी. पुलिस ने बताया कि इसके बाद उसे वाहनों में अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया. उसका यौन शोषण किया गया.
पुलिस जांच में यह भी पाया गया कि पिछले साल जब लड़की बारहवीं कक्षा में पढ़ रही थी, तो उसे इंस्टाग्राम के जरिए जानने वाला एक युवक रन्नी के एक रबर प्लांटेशन में ले गया. वहां तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर रन्नी ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया. जनवरी 2024 में कार के अंदर और एक अस्पताल में पांच मौकों पर सामूहिक बलात्कार किया गया.
पीड़ित लड़की की उम्र अब 18 साल की है. उसने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि 13 साल की उम्र से 64 लोगों ने उसका यौन शोषण किया है. यह मामला बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान सामने आया, जब एक शैक्षणिक संस्थान में पीड़िता के शिक्षकों ने समिति को उसके व्यवहार में उल्लेखनीय बदलावों के बारे में बताया था.