Advertisement

सैलून में आए कस्टमर के नंबर पर खोल लिया WhatsApp अकाउंट, एक मैसेज से खुल गई पोल, गिरफ्तार

केरल पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के निवासी एक युवक को गिरफ्तार किया है. युवक एक सैलून में काम करता था. आरोप है कि यूपी के रामपुर जिले के निवासी 21 साल के युवक ने एक कस्टमर के नंबर से  WhatsApp अकाउंट एक्टिवेट कर लिया और उसकी प्रोफाइल फोटो में सैन्य वाहन की तस्वीर लगा दी. इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने भी आरोपी से पूछताछ की है.

दूसरे के नंबर से एक्टिव कर लिया Whatsapp अकाउंट दूसरे के नंबर से एक्टिव कर लिया Whatsapp अकाउंट
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 5:43 PM IST

केरल में एक सैलून के कर्मचारी ने एक कस्टमर के मोबाइल नंबर से ही WhatsApp अकाउंट शुरू कर लिया. कस्टमर के मोबाइल नंबर से WhatsApp अकाउंट शुरू करने का आरोपी कर्मचारी प्रोफाइल फोटो के रूप में मिलिटरी व्हीकल की तस्वीर लगाकर चला भी रहा था लेकिन एक मैसेज से उसकी पोल खुल गई. मामला पुलिस तक पहुंचा और केरल पुलिस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है.

Advertisement

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक केरल पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक सैलून के कर्मचारी को ग्राहक के मोबाइल नंबर का उपयोग करके कथित तौर पर WhatsApp अकाउंट बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि गिरफ्तार किया गया सैलून कर्मचारी उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का निवासी है. 21 साल के सैलून कर्मचारी का नाम मोहम्मद हसन बताया जा रहा है.

केरल पुलिस ने मोहम्मद हसन के खिलाफ आईटी एक्ट की धारा 66 सी के साथ ही अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है. केरल पुलिस के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि हसन ने हाल ही में कॉल करने के नाम पर उसका मोबाइल फोन लिया था और इस्तेमाल किया था. फोन पर कुछ ही मिनट बाद एक ओटीपी आया जिसे उसने फोन पर उस व्यक्ति को बताया जिसे उसने कॉल किया था.

Advertisement

पुलिस अधिकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि अगले दिन उसके मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया जिसमें ये जानकारी दी गई थी कि उसके नंबर से WhatsApp अकाउंट एक्टिवेट किया गया है. ये संदेश मिलने के बाद शिकायतकर्ता ने अपने दोस्तों से संपर्क किया तो इसकी पुष्टि हो गई. प्रोफाइल फोटो के रूप में सैन्य वाहन की तस्वीर लगी थी. इसके बाद पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई.

पुलिस अधिकारी के मुताबिक उसने किसी दूसरे के नंबर से WhatsApp क्यों एक्टिवेट किया, इसे लेकर पूछताछ की जा रही है. इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिट्री इंटेलिजेंस विंग ने आरोपियों से पूछताछ की है जिससे ये पता लगाया जा सके कि ये WhatsApp अकाउंट राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए बनाया गया था या साइबर-वित्तीय अपराध करने के लिए. अधिकारी के मुताबिक पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए कस्टडी की मांग करेगी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement