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कोलकाता कांड: CBI ने मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित 4 जूनियर डॉक्टरों से की पूछताछ

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित चार डॉक्टरों से पूछताछ की है. इसके साथ ही कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) अभिषेक गुप्ता और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) के डिप्टी कमिश्नर विदित राज भुंडेश से भी इसी जांच के तहत पूछताछ की गई.

कोलकाता रेप और हत्या कांड का आरोपी संजय रॉय कोलकाता रेप और हत्या कांड का आरोपी संजय रॉय
aajtak.in
  • कोलकाता ,
  • 12 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 12:06 AM IST

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित चार डॉक्टरों से पूछताछ की है. इसके साथ ही कोलकाता पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (उत्तर) अभिषेक गुप्ता और डिटेक्टिव डिपार्टमेंट (डीडी) के डिप्टी कमिश्नर विदित राज भुंडेश से भी इसी जांच के तहत पूछताछ की गई.

सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि हम पुलिस अधिकारियों से जानना चाह रहे थे कि उन्होंने इस केस की जांच किन बिंदुओं के आधार पर की थी. इसके अलावा मुख्य आरोपी की भूमिका और चार अन्य जूनियर डॉक्टरों से उस रात हुए घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली गई. ये चारों डॉक्टर उस रात पीड़िता के साथ मौजूद थे. इन सबने एक साथ डिनर किया था.

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सीबीआई इस वक्त कोलकाता कांड से संबंधित दो मामलों की जांच एक साथ कर रही है. पहला मामला लेडी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर का है, जबकि दूसरा मामला आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए भ्रष्टाचार से संबंधित है. पहले मामले में एकमात्र आरोपी संजय रॉय की गिरफ्तारी हुई है, जबकि दूसरे मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सहित चार आरोपी गिरफ्ता हुए हैं.

भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार हुए संदीप घोष सहित चार आरोपियों को सीबीआई कोर्ट ने 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा है. मंगलवार को स्पेशल कोर्ट में हुई उनकी पेशी के दौरान वकीलों का एक बड़ा वर्ग उनके खिलाफ नारे लगाता नजर आया. प्रदर्शनकारी वकील उनके लिए फांसी की सजा की मांग करते हुए चिल्ला रहे थे. उनको बलत्कारी और चोर कह रहे थे.

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वकील नारे लगाते हुए कह रहे थे, ''संदीप घोष को फांसी की सजा होनी चाहिए. ये बलात्कारी है, हत्यारा है, चोर है. इसे इधर लाओ. चेहरा दिखाओ. इस पर शर्म आती है. यदि हम इसकी जगह होते तो आत्महत्या कर लेते. इसे केवल सात दिनों के लिए हमारे हवाले कर दो. हम इसे सबक सिखाएंगे.'' कोर्ट परिसर में उग्र भीड़ को देखते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच संदीप घोष को जेल ले जाया गया.

बताते चलें कि संदीप घोष के खिलाफ आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने संस्थान में कई मामलों में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें अस्पताल में शवों की तस्करी, बायो-मेडिकल कचरे में भ्रष्टाचार, निर्माण निविदाओं में भाई-भतीजावाद आदि जैसे आरोप लगाए गए थे. इसकी जांच पहले कोलकाता पुलिस को सौंपी गई थी. 

19 अगस्त को संदीप घोष के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 120बी, 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया था. इसके बाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद 24 अगस्त को सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ले ली थी. उपरोक्त धाराओं के तहत ही संदीप सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिन्हें 10 सितंबर तक सीबीआई हिरासत में भेजा गया.

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सीबीआई की हिरासत में भेजे गए संदीप घोष पहली रात जेल में बेचैन देखे गए थे. उनको शाकाहारी खाना दिया गया था, जिसे बिना इच्छा उन्होंने किसी तरह से खाया और सोने के लिए चले गए. सूत्रों के मुताबिक, वो पूरी रात करवटें बदलते रहे. उन्हें नींद नहीं आई. हालांकि, वो बुरी तरह थके और निराश नजर आ रहे थे. उनको निजाम पैलेस के एमएसओ बिल्डिंग की 14वीं मंजिल पर लॉकअप में रखा गया था.

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