
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में न्याय की मांग कर रहे आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने साल्ट लेक इलाके में एक विशाल विरोध मार्च निकाला. इस मुद्दे पर गतिरोध को हल करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ प्रस्तावित वार्ता विफल होने के एक दिन बाद भारी बारिश के बीच भी विरोध प्रदर्शन जारी है.
रविवार को आंदोलनकारी डॉक्टरों ने बारिश में भीगते हुए सेंट्रल पार्क से स्वास्थ्य भवन तक मार्च निकाला, जो राज्य स्वास्थ्य विभाग का मुख्यालय है. वहां वे 6 दिनों से धरना दे रहे हैं. उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल, पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव और अन्य अधिकारियों के इस्तीफे की भी मांग उठाई. इस सिलसिले में उनकी सीएम से मुलाकात हो चुकी है.
मार्च में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, "हम पिछले 36 दिनों से इंतजार कर रहे हैं. अभी तक कोई आश्वासन नहीं मिला है. हमें अपनी बहन के लिए न्याय कब मिलेगा?" इस मुद्दे पर गतिरोध को हल करने के लिए प्रस्तावित वार्ता शनिवार को विफल हो गई, क्योंकि आंदोलनकारी डॉक्टरों की कई मांगों को सरकार की तरफ से नहीं माना गया.
दरअस, प्रदर्शनकारी डॉक्टर मीटिंग की लाइव स्ट्रीमिंग और वीडियो रिकॉर्डिंग की शर्त पर अड़ गए, जिस पर ममता ने उनको समझाना चाहा, लेकिन उनकी ये कोशिश विफल रही. आखिर में वे बिना मीटिंग किए सीएम आवास के गेट से ही लौट गए. शनिवार को सुबह सीएम ममता खुद प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने के लिए आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रोटेस्ट साइट पर पहुंचीं थीं.
सीएम ने कहा, ''मैं आपके विरोध को सलाम करती हूं. मैं खुद एक छात्र नेता थी.'' इसके बाद मीटिंग के लिए शाम 6 बजे का वक्त तय हुआ. फिर ममता बनर्जी के साथ मीटिंग को लेकर जूनियर डॉक्टर सीएम आवास पर पहुंचे, लेकिन अंदर नहीं गए. यहां उन्होंने मीटिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग का मुद्दा उठाया. छात्रों की मांग थी कि वे कैमरा पर्सन को अपने साथ लाए हैं.
वो मीटिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग और लाइव स्ट्रीमिंग करने दें. इस पर सीएम राजी नहीं हुईं. मीटिंग के लिए ममता के साथ पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत, पश्चिम बंगाल के डीजी राजीव कुमार, पश्चिम बंगाल के प्रधान सचिव, स्वास्थ्य नारायण स्वरूप निगम और पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य भी पहुंचे थे. जूनियर डॉक्टर सीएम आवास के गेट पर ही खड़े रहे.
इसके बाद ममता बनर्जी गेट पर पहुंचीं और उन्होंने डॉक्टर्स को समझाया. इस दौरान ममता हाथ जोड़े हुए नजर आईं. लेकिन डॉक्टर्स नहीं माने. फिर ममता बोलीं, 'मैं आपको पहले ही बता चुकी हूं कि पूरी मीटिंग रिकॉर्ड होगी. मीटिंग के लिए आपके पत्र में कहीं नहीं लिखा था कि इसकी लाइव स्ट्रीमिंग होनी चाहिए. लेकिन मैं आपको भरोसा देती हूं कि मीटिंग की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी.''