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कोलकाता: चार लाख रुपये के नकली नोट बरामद, STF ने राजस्थान के दो लोगों को पकड़ा

अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी राजस्थान कोटा से संचालित जाली मुद्रा गिरोह के सदस्य हैं. उनके पास से 500-500 रुपये के 800 जाली नोट जब्त किए गए हैं. फिलहाल, पता लगाया जा रहा है कि नकली नोटों की खेप इनलोगों को किसने दी थी.

4 लाख रुपये के नकली नोट के साथ पकड़े गए कोटा और बारां निवासी. 4 लाख रुपये के नकली नोट के साथ पकड़े गए कोटा और बारां निवासी.
aajtak.in
  • कोलकाता,
  • 17 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:35 PM IST
  • दोनों आरोपी मुद्रा गिरोह के हैं सदस्य, 500-500 रुपये के 800 जाली नोट जब्त
  • एक तस्कर कोटा और दूसरा बारां के अंता थाना क्षेत्र के चहेडिया का है निवासी

कोलकाता पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के पास से चार लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं. एक सीनियर अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि गुप्त सूचना के बाद एसटीएफ ने ये कार्रवाई की. उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को एस्पलेनेड बस स्टैंड के पास डफरिन रोड से दबोचा गया. दोनों की पहचान राजस्थान कोटा निवासी आरिफ मनसूरी और बारां निवासी अबु तलहा के रूप में की गई है. 

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जाली मुद्रा गिरोह के हैं सदस्य

अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी राजस्थान कोटा से संचालित जाली मुद्रा गिरोह के सदस्य हैं. उनके पास से 500-500 रुपये के 800 जाली नोट जब्त किए गए हैं. फिलहाल, पता लगाया जा रहा है कि नकली नोटों की खेप इनलोगों को किसने दी थी. 

बारां के अंता थाना चहेडिया गांव निवासी अबु तलहा.

आमतौर पर नकली नोटों की तस्करी सबसे अधिक बांग्लादेश की सीमा से सटे बंगाल के मालदा जिले से होती है, हालांकि 2016 में नोटबंदी के बाद नकली नोटों की तस्करी पर काफी हद तक अंकुश लग चुकी है, पर अब भी कुछ गिरोह हैं जो नकली नोटों की तस्करी कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपियों के साथी कोटा और बारां में सक्रिय हो सकते हैं.
 
पिछले कुछ महीने में एसटीएफ ने नकली नोटों की तस्करी से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन तस्करी पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पा रही है. कुछ महीने पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने नकली नोटों की तस्करी करने वाले एक तस्कर को कोलकाता से गिरफ्तार किया था. पकड़ा गया तस्कर शरीफुल इस्लाम मालदा का रहने वाला है और वह बांग्लादेश से जाली नोट लाकर बंगाल के रास्ते अन्य राज्यों में भेजा करता था. बता दें कि मालदा और मुर्शिदाबाद में प्राय जाली नोट की तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं.

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इनपुट- राम मेहता

 

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