
लखीमपुर खीरी में दो सगी बहनों की बलात्कार के बाद हत्या और पेड़ से शव लटकाए जाने के मामले में लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन को लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया.
दरअसल, सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में पुलिस अफसर बदसलूकी करते देखे गए थे. इस वीडियो में आईपीएस संजीव सुमन लोगों को कार्रवाई की धमकी दे रहे थे जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. उन्होंने गुस्साई भीड़ के लिए 'नेतागिरी मत करो' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था जिसके बाद आक्रोश और बढ़ गया था. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन हैं संजीव सुमन?
2014 बैच के IPS संजीव सुमन वर्तमान में एसपी लखीमपुर के पद पर तैनात हैं. वह मूल तौर पर बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले हैं. संजीव सुमन ने कंप्यूटर साइंस में BTech की पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईपीएस अधिकारी बने.
IPS संजीव सुमन की पहली तैनाती बतौर एएसपी बागपत में दिसंबर 2016 से अप्रैल 2018 के बीच हुई. संजीव सुमन को कानपुर के एडिशनल एसपी वेस्ट का चार्ज मिला और वह इस पद पर अप्रैल 2018 से 31 अक्टूबर 2019 तक रहे.
बतौर कप्तान संजीव सुमन को पहली पोस्टिंग हापुड़ जिले में मिली. संजीव सुमन हापुड़ में अक्टूबर 2019 से 1 दिसंबर 2020 तक एसपी रहे फिर लखनऊ में डीसीपी पूर्वी बनाए गए. 1 दिसंबर 2020 से 10 नवंबर 2021 तक संजीव सुमन डीसीपी ईस्ट रहे.
3 अक्टूबर 2021 में लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद लापरवाही बरतने पर हटाए गए एसपी विजय ढुल की जगह पर सरकार ने संजीव सुमन को 11 नवंबर 2021 को एसपी लखीमपुर खीरी के पद पर तैनात किया.
पहले भी विवाद में रह चुके हैं IPS संजीव सुमन
बतौर कप्तान संजीव सुमन बागपत के बाद दूसरे जिले के तौर पर लखीमपुर की कमान संभाल रहे हैं. संजीव सुमन का विवादों में सबसे पहले नाम लखनऊ में तैनाती के दौरान आया जब डीसीपी पूर्वी रहते हुए उनकी सर्विलांस टीम पर कानपुर के व्यापारी ने लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में डकैती का मुकदमा दर्ज कराया.
FIR में तो संजीव सुमन का नाम नहीं था लेकिन उनके लिए काम करने वाली क्राइम टीम नामजद थी. आरोप लगा कि क्रिकेट में सट्टा लगाने के नाम पर डीसीपी ईस्ट की क्राइम टीम ने कानपुर-लखनऊ से कुछ लोगों को पकड़ा और छोड़ने के लिए एक मोटी रकम ली और उसके बाद भी जेल भेज दिया.